पटना : पाटलिपुत्र इलाके में एक बंटी-बबली की तरह ही जालसाज के मामले सामने आये हैं. उक्त बंटी-बबली ने सैकड़ों व्यवसायियों को ऑनलाइन शॉपिंग से जोड़ने का दावा कर दो करोड़ से अधिक रुपये की ठगी की और फरार हो गये. इन लोगों ने पाटलिपुत्र इलाके में बाइस्पोटेन सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी का कार्यालय खोला था और इसके संचालक दंपती युवराज और रेखा रानी थी. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद उनके सामानों को मंगाने के बाद भी पैसा का भुगतान नहीं होने पर जब व्यवसायियों ने कंपनी के संचालक युवराज व रेखा रानी को तलाशा, तो दोनों कार्यालय बंद कर फरार हो चुके थे.
इस संबंध में राजीव नगर इलाके के ट्रेवेलिया होलीडे ट्रेवल्स एजेंसी संचालक अभिषेक कुमार ने पटना पुलिस के ऑनलाइन शिकायत कर मामला दर्ज कराया है और इसमें युवराज व रेखा रानी को आरोपित बनाया है. इसके साथ ही ठगी के शिकार कई व्यवसायी शुक्रवार को एसएसपी मनु महाराज से मिले और कार्रवाई करने की गुहार लगायी. अभिषेक ने बताया कि अभी दोनों कोलकाता में भी इसी तरह की घटना को अंजाम देकर फरार हो चुके हैं और राजस्थान में अपनी फर्जी कंपनी चला रहे हैं.
पहले रजिस्ट्रेशन कराया और फिर की ठगी
बाइस्पोटेन सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नाम से युवराज व उसकी पत्नी रेखा रानी ने पाटलिपुत्र इलाके में अपना कार्यालय खोला था और कंपनी की फर्जी वेबसाइट भी बना रखी थी.
वे लोग घूम-घूम कर अपनी कंपनी का प्रचार करते और होटल मालिक, ट्रेवल्स एजेंसी, दुकानदारों या अन्य व्यवसायियों को यह जानकारी देते कि वे उनके कंपनी से जुड़े और उनके प्रोडक्ट को वे लोग अपने वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन कर देंगे. ऐसे में वे ऑनलाइन मार्केट से जुड़ जायेंगे. इसके कारण उनके सामान को कोई भी पसंद करेगा तो उसकी बिक्री होगी और उसका पैसा वे लोग देंगे. उन्हें केवल सामान देना होगा. इसके बाद उनके सामान के पैसे का भुगतान कुछ दिनों बाद कर दिया जायेगा. ट्रेवेलिया होलीडे ट्रेवल्स एजेंसी संचालक अभिषेक कुमार से भी उन लोगों ने कई बार गाड़ी किराये पर ली, लेकिन उसका भुगतान नहीं किया.
इसी प्रकार उसने एक होटल में कई लोगों को रुकवाया और उसका बिल पेमेंट नहीं किया. अभिषेक ने बताया कि कंपनी द्वारा करीब दो सौ लोगों को वेंडर बनाया और उनसे रजिस्ट्रेशन के नाम पर छह से दस हजार ऐंठे गये. इसके बाद लगभग सभी को एक-दो लाख की चपत लगा कर वे लोग फरार हो गये. उन लोगों ने कंपनी कार्यालय किराये के फ्लैट में खोला था और कुछ दिनों के लिए फर्नीचर भी किराये पर लिया था.