पटना : बिहार विधानसभा में आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में रिणों के वितरण में बैंकों की भूमिका को आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि प्रदेश में बैंकों के कम साख जमा अनुपात के मामले को केंद्र के समक्ष उठाया लिखा जाएगा.मुख्यमंत्री के उस सुझाव पर कि बिहार विधानसभा में इस विषय पर विशेष चर्चा होनी चाहिए अध्यक्ष उदय नारायण चौघरी ने इसको लेकर सदन की एक विशेष समिति के गठन की घोषणा की.
बिहार विधानसभा में भाजपा सदस्य अच्युतानंद सिंह द्वारा पूछे गए एक अल्पसूचित प्रश्न के दौरान हस्तक्षेप करते हुए नीतीश ने बिहार में 40 प्रतिशत साख जमा अनुपात पर चिंता जताते हुए आरोप लगाया कि बैंक बिहार में ग्राहकों के द्वारा जमा की जा रही राशि को अन्य राज्यों में रिण देने पर खर्च कर रही है.
उन्होंने कहा कि अगर बैंक अपनी स्थिति में सुधार नहीं लाएंगे तो राज्य सरकार वैसे बैंकों में सरकारी धन जाम करना बंद कर देगी तथा जमा राशि को वापस ले लेगी. नीतीश ने कहा कि पिछले वर्ष बैंकर्स समिति की एक बैठक में केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदंबरम के समक्ष बिहार में बैंकों के साख जमा अनुपात मामले को उन्होंने उठाया था.