7.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कांग्रेस की चुप्पी से लोजपा बेचैन

लोकसभा चुनाव . कांग्रेस, राजद, लोजपा व राकांपा के महागंठबंधन पर सस्पेंस बरकरार पटना : कांग्रेस, राजद, लोजपा व राकांपा के महागंठबंधन पर सस्पेंस बरकरार है. लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को दी गयी 31 जनवरी तक की डेडलाइन के खत्म हुए भी अब दो दिन बीत चुके हैं, लेकिन कांग्रेस […]

लोकसभा चुनाव . कांग्रेस, राजद, लोजपा व राकांपा के महागंठबंधन पर सस्पेंस बरकरार

पटना : कांग्रेस, राजद, लोजपा व राकांपा के महागंठबंधन पर सस्पेंस बरकरार है. लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को दी गयी 31 जनवरी तक की डेडलाइन के खत्म हुए भी अब दो दिन बीत चुके हैं, लेकिन कांग्रेस की तरफ से अभी तक कोई संदेशा नहीं आया है.

रविवार को लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने दिल्ली से टेलीफोन पर ‘प्रभात खबर’ से बातचीत में बताया कि हम कांग्रेस के साथ संपर्क में हैं और हमारी बातचीत जारी है.

उन्होंने यह भी कहा कि हमारी बातचीत काफी सकारात्मक है और जल्द ही कोई फैसला हो जायेगा. इस बीच, लोजपा के लगभग सभी वरिष्ठ नेता पिछले तीन दिनों से दिल्ली में कैंप किये हुए हैं. इनमें रामविलास पासवान व उनके पुत्र चिराग पासवान तो हैं ही, साथ ही प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस, पूर्व सांसद सूरजभान सिंह, पूर्व विधायक महेश्वर सिंह, रामा सिंह व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ सत्यानंद शर्मा भी शामिल हैं. बता दें कि श्री पासवान ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर उन्हें बिहार में गंठबंधन पर 31 जनवरी तक फैसला ले लेने का आग्रह किया था. उन्होंने यह भी कहा था कि 31 जनवरी के बाद लोजपा अपने स्तर से कोई फैसला लेने को स्वतंत्र होगी.

पासवान का कहना है कि उनकी पार्टी कांग्रेस के मुकाबले काफी छोटी पार्टी है. ऐसे में उनके उम्मीदवारों को अपने चुनाव क्षेत्र में काम करने का पर्याप्त समय मिलना चाहिए. लेकिन, कांग्रेस की तरफ से अब तक गंठबंधन पर कोई फैसला नहीं लिये जाने से लोजपा खेमे में बेचैनी बढ़ने लगी है.

मुसलिम नेताओं की दावेदारी राजद गंठबंधन पर पड़ रही भारी

नरेंद्र (पटना) : जब से राजद, कांग्रेस, लोजपा व राकांपा में चुनावी गंठबंधन की बात आयी है, तब से मुसलिम नेताओं में बेचैनी बढ़ गयी है. खासकर राजद में बेचैनी इस बात को लेकर है, क्योंकि जहां उनकी दावेदारी है, वहीं कांग्रेस की भी मजबूत दावेदारी है. उनकी दावेदारी को दोनों ही पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व के लिए नकारना आसान नहीं है. दोनों ही पार्टियों के अंदरखाने से जो बात आ रही है, उसका निष्कर्ष यही है कि अगर टिकट नहीं मिला, तो पार्टी को बाय-बाय भी कह सकते हैं.

मधुबनी सीट राजद और कांग्रेस दोनों के लिए परीक्षा की घड़ी है. राजद से विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने नेतृत्व को बता दिया कि अगर टिकट नहीं मिला,तो वह निर्दलीय यानी पार्टी भी छोड़ सकते हैं. कांग्रेस के डॉ शकील अहमद की भी दावेदारी मजबूत है. पिछले लोकसभा चुनाव में सिद्दीकी दूसरे नंबर पर,तो शकील तीसरे नंबर पर थे. पूर्वी चंपारण सीट से पिछली बार डॉ अखिलेश कुमार सिंह राजद के टिकट पर चुनाव लड़े थे. इस बार वह कांग्रेस से लड़ने की तैयारी में हैं. राजद की ओर से विधान परिषद में दल के नेता प्रो गुलाम गौस ने अपनी दावेदारी ठोक दी है. वह मुसलमान समुदाय की पिछड़ी जाति से आते हैं.

उनका कहना है कि अब तक पिछड़ी जाति को टिकट नहीं मिला है. इस बार मिलना ही चाहिए. शिवहर सीट से रघुनाथ झा व अनवारूल हक मजबूत दावेदार हैं. किशनगंज से वर्तमान में यहां से कांग्रेस के इसरारूल हक सांसद हैं. वहां से तसलीमुद्दीन भी राजद के टिकट के दावेदार हैं. दावेदारी तो उनके शिष्य अखतरुल इमान की भी है,लेकिन तसलीमुद्दीन की दावेदारी को नकारना राजद प्रमुख लालू प्रसाद के लिए आसान नहीं है. अररिया सीट से लोजपा के जाकिर हुसैन खान चुनाव लड़ना चाहते हैं. भागलपुर से कांग्रेस के सदानंद सिंह का नाम प्रदेश चुनाव समिति के पैनल में है. वहां से राजद के अबु कैसर तैयारी कर रहे हैं.

खगड़िया से राजद के सम्राट चौधरी ने भी अपनी मजबूत दावेदारी जता दी है. डेहरी ऑन सोन से कई बार विधायक रहे व पूर्व मंत्री इलियास हुसैन काराकाट संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने की जुगत में हैं. वहां उन्हें पार्टी के कांति सिंह से चुनौती मिल रही है. इस स्थिति में दूसरी पसंद औरंगाबाद है,लेकिन वहां परेशानी कांग्रेस से है.कांग्रेस के पैनल में श्यामा सिंह का नाम है. बहरहाल गंठबंधन का स्वरूप तय होने से पहले ही तीनों ही पार्टियों के मुसलिम नेता अपनी जमीन तलाश रहे हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें