रजौन (बांका): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विशेष राज्य के दर्जे के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प दोहराया. उन्होंने कहा कि विशेष दर्जा व शिक्षा से ही बिहार का समग्र विकास होगा. यह तब होगा, जब आपकी पूरी ताकत हमको मिलेगी. विशेष दर्जे को लेकर केंद्र ने बिहार के साथ राजनीतिक साजिश की है. इसका मुंहतोड़ जवाब राज्य की जनता लोकसभा चुनाव में देगी. वह बुधवार को रजौन के चकमुनिया इस्लामनगर में जदयू की संकल्प रैली को संबोधित कर रहे थे.
40 मिनट के संबोधन में उन्होंने आठ साल की अपनी उपलब्धियों को गिनाया, वहीं भाजपा व कांग्रेस-राजद पर निशाना साधने से भी नहीं चुके. मुख्यमंत्री ने कहा, आज हमारी साइकिल योजना को दूसरे देश अपनाने जा रहे हैं. इतने कम पैसे में बढ़िया रिजल्ट कोईदूसरी योजना दे सकती है क्या. आज बिहार मॉडल की चर्चा देश-दुनिया में हो रही है. न्याय के साथ विकास हो रहा है. अभी बहुत कुछ करना है और इसके लिए हम संघर्ष करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने नहीं, भाजपा ने विश्वासघात किया है. हमारा स्टैंड पहले से क्लियर था कि विवादित व्यक्ति नेतृत्व नहीं करेगा. भाजपा आश्वासन देती रही, लेकिन अंदर-ही-अंदर खेल खेलती रही. हमने डेढ़ साल पहले बता दिया था कि नरेंद्र मोदी हमें मंजूर नहीं हैं. गुजरात दंगों की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में जो हुआ, उसे न कभी भूला जा सकता है और न ही माफ किया जा सकता है.
भाजपा को अफवाहबाज बताते हुए उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में सभी हवाबाजी निकल जायेगी. देश की जनता अमन पसंद है. वह अमन व विकास चाहती है. उन्होंने भागलपुर दंगापीड़ितों की मासिक पेंशन को ढाई हजार से बढ़ा कर पांच हजार करने की घोषणा की. श्री कुमार ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा. कहा, देश की जनता यूपीए सरकार से नाराज है. भ्रष्टचार व महंगाई चरम पर है. देश का मिजाज बदल गया है. उन्होंने फिर दोहराया कि प्रधानमंत्री ऐसा व्यक्ति बने, जो सभी को साथ लेकर चले. पिछड़े क्षेत्र की चिंता करे. खबरिया चैनलों की सव्रे की भी खिल्ली उड़ाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सब सिर्फ मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए किया जा रहा है, लेकिन हम मन से मजबूत हैं. जनता मेरे साथ है. लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद सभी बातें साफ हो जायेंगी.
इसके पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह व जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने नीतीश कुमार को बिहार के विकास का प्रणोता बताया और उनके हाथों को मजबूत करने की अपील की. रैली की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि देश की राजनीति आज नये मोड़ पर है. आज वसूल और नीति पसंद राजनीति की जरूरत है. रैली को सांसद भूदेव चौधरी, विधायक गिरधारी यादव, जनार्दन मांझी, सुबोध राय, गोपाल मंडल, मनीष कुमार, विधान पार्षद मनोज यादव, संजीव कुमार सिंह, संजय सिंह आदि ने भी संबोधित किया.
रैली में नहीं दिखे एनके सिंह
राज्यसभा सांसद एनके सिंह संकल्प रैली में नहीं दिखे. राज्यसभा का टिकट नहीं मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने बांका लोकसभा सीट से उन्हें उम्मीदवार बनाने की पेशकश की थी. उम्मीद थी कि संकल्प रैली में मुख्यमंत्री उन्हें जदयू उम्मीदवार के रूप में प्रोजेक्ट करेंगे. लेकिन, वह नहीं आये. इसको लेकर भी राजनीतिक कयासवाजी जारी रही. एनके सिंह के रैली में नहीं आने के बाद एक बार फिर बांका से जदयू उम्मीदवार को लेकर दौड़ शुरू होने की उम्मीद है.