सामंत चौहान, फैशन डिजाइनर
बिहार में लोग फैशन के लिए काफी खर्च करने लगे हैं. इसका कारण है कि अब बड़े-बड़े मॉल शहर में खुल रहे हैं. मैंने बिहार के फैशन को बदलते देखा है. देखा जाये तो एक बड़ी खूबी और एक बड़ी खराबी बिहार के फैशन में मिलती है. खूबी यह है कि बिहार के पास कई तरह की बेहतरीन कलाएं हैं. इसमें से एक है भागलपुरी आर्ट के कपड़े. खराबी यह है कि लोग इसके बारे में जानते तक नहीं.
मैंने इस आर्ट को लेकर सिंगापुर फैशन वीक में पहले अवार्ड विनिंग कलेक्शन को रैंप पर वॉक करवाया था. इसके बाद इंडिया फैशन वीक में पार्टिसिपेट किया, विल्स लाइफ स्टाइल इंडिया फैशन वीक में कलेक्शन को दिखाया. इसके बाद इसी जगह से लंदन फैशन वीक के लिए इसी आर्ट फॉर्म के लिए इनवाइट किया गया, तो लगा देश-दुनिया हमारे इस आर्ट को देखना चाहता है. देश भर से कम ही डिजाइनर वहां तक पहुंच सके हैं. उसके बाद दो साल तक लंदन फैशन वीक में प्रदर्शनी करने के बाद पेरिस में भी काम मिला.
इस डिजाइन के बारे में डिजाइनर्स ने काफी तहकीकात की. फिर काफी ज्यादा नाम कमा चुके डिजाइनर रोबटरे कवाली ने पूछा था कि यह यूनिक डिजाइन कहां से है. मैंने बताया, यह बिहार का आर्ट है. अब मुझे लगता है कि बिहार का नाम देश-दुनिया के फैशन इंडस्ट्री में जल्द ही पहुंचेगा. इसका फायदा बिहार को ही होनेवाला है.