पटना: दक्षता परीक्षा में दो बार फेल होनेवाले 2,734 शिक्षकों को नौकरी से हटाया जायेगा. शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है. विभाग ने जिलावार आंकड़ा तैयार कर लिया है, जहां से शिक्षकों को हटाया जायेगा. इन शिक्षकों में उर्दू, सामान्य और शारीरिक शिक्षक भी शामिल हैं.
किशनगंज के 358 शिक्षक, अररिया के 301, कटिहार के 249, पूर्णिया के 236 और सुपौल के 207 शिक्षक लगातार दो साल दक्षता परीक्षा में पास नहीं कर सके हैं. इन सभी की नौकरी जल्द ही जायेगी. वहीं, सबसे कम अरवल के चार, जहानाबाद-शेखपुरा के छह-छह, गोपालगंज के सात और रोहतास व शिवहर के आठ-आठ शिक्षकों को हटाया जायेगा.
पटना जिले के भी 20 शिक्षक दक्षता परीक्षा में फेल हो गये थे. इन्हें भी हटाया जायेगा. शिक्षा मंत्री पीके शाही ने गुरुवार को कहा कि 2,734 शिक्षकों को नियमावली के आलोक में हटाया जाना है. इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. शिक्षा विभाग इसके लिए जिलों को जल्द नोटिस भेजेगा. नियोजन के तीन साल पूरे होने के बाद शिक्षकों को दक्षता परीक्षा देना अनिवार्य है. अगर कोई शिक्षक एक बार दक्षता परीक्षा में फेल हो जाता है, तो उसे अगले साल फिर मौका दिया जाता है. दूसरे साल भी फेल करने पर नौकरी से निकाल दिये जाने का प्रावधान शिक्षक नियुक्ति नियमावली में है. दक्षता परीक्षा पिछले तीन वर्षो से ली जा रही है. 2013 से पहले दो बार परीक्षा हो चुकी है. इससे पहले 151 शिक्षकों को नौकरी से निकाला जा चुका है.