पटना: हाइकोर्ट की बार-बार की फटकार और नगर निगम व जिला प्रशासन के अभियान के बावजूद राजधानी की गली-गली में बेखौफ खटाल चल रहे हैं. अभियान चलने के कुछ दिन बाद स्थिति जस-की-तस हो जाती है.
यहां तक कि वीआइपी इलाकों में भी खटाल चल रहे हैं. हाइकोर्ट में सुनवाई के दौरान हर बार अधिकारी कहते हैं कि शहर से खटाल हटा दिये जायेंगे, लेकिन ऐसा होता नहीं है. आवासीय कॉलोनियों में खटाल होने से आसपास के लोगों का रहना मुश्किल होता है. बदबू से लोग परेशान रहते हैं. जहां-तहां गोबर पसरा होने से लोगों का आना-जाना मुश्किल होता है. सड़कों पर पशुओं के विचरण से यातायात भी बाधित होता है.
वीआइपी इलाके भी अछूते नहीं : शहर के वीआइपी इलाके बोरिंग रोड, एसके पुरी, पाटलिपुत्र कॉलोनी, नागेश्वर कॉलोनी, पी एन टी कॉलोनी, किदवईपुरी, वीणा श्री अपार्टमेंट, समृद्धि सेवा समिति, रेलवे लाइन के समीप पुनाईचक, न्यू पुनाईचक, यमुना अपार्टमेंट के पीछे शिवनील अपार्टमेंट सहित आसपास के इलाके में खटाल चल रहे हैं. तारामंडल के पास मुख्य सड़क के समीप ही खटाल है. केवल नूतन राजधानी अंचल क्षेत्र में 353 खटाल हैं.