पटना/हाजीपुर: वैशाली के जुड़ावनपुर थाने के प्रभारी अनिल कुमार की हत्या भूमि विवाद में पड़ने की वजह से हुई. पुलिस अनुसंधान में सामने आये प्रारंभिक साक्ष्यों से यह जानकारी मिली है कि थानाप्रभारी भूमि विवाद में बीच-बचाव करने का प्रयास कर रहे थे. राज्य पुलिस मुख्यालय ने वहां के एसपी से पूरे मामले की छानबीन कर आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
पुलिस मुख्यालय सूत्रों ने बताया कि दो स्थानीय दो व्यक्तियों के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. दोनों पक्ष थानाप्रभारी अनिल कुमार से अपने पक्ष में कार्रवाई कराने को लेकर जोड़-तोड़ करने में जुटे थे. ऐसे में थानाप्रभारी अनिल मृत थानाध्यक्ष को नम आंखों से दी गयी. कुमार ने बीच का रास्ता निकाल कर विवाद को समाप्त करने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन, इस क्रम में विवाद इतना अधिक बढ़ गया कि अपराधी तत्वों ने थानाप्रभारी को निशाना बना दिया.
डीएसपी पंकज रावत का कहना है कि घटना की तह में भूमि विवाद है, जिसकी छानबीन की जा रही है. लेकिन, मृत युवक सुधीर कुमार के पिता व पूर्व दफादार शिवपूजन सिंह ने किसी भूमि विवाद से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि घटना को अनावश्यक मोड़ दिया जा रहा है. यदि पुलिस के पास भूमि विवाद का लेकर पूर्व में कोई शिकायत की गयी हो, तो वह उसे सामने लाये.
आरोपितों की हुई पहचान
पुलिस मुख्यालय सूत्रों ने बताया कि नववर्ष पर जश्न के दौरान हुए विवाद के दौरान मौजूद सभी व्यक्तियों की पहचान कर ली गयी है. उनकी गिरफ्तारी के प्रयास भी तेज कर दिये गये है. वैशाली के एसपी ने पूरे मामले से पुलिस मुख्यालय को अवगत कराया है.
पुलिस ने नहीं की जवाबी कार्रवाई : प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बुधवार की रात थाना परिसर में जब गोलीबारी हुई, तो उस समय कैंपस में सैप के आधा दर्जन जवानों के अलावा अन्य पुलिसकर्मी ड्यूटी पर थे. लेकिन, कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की गयी. वे खुद जान बचा कर भाग खड़े हुए. घटना को अंजाम देकर आधा दर्जन हमलावर आसानी से वहां से भाग निकले. वहीं, आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस के वाहन को जला डाला.
आलाधिकारी बंद करें अपराधियों को सम्मान देना
इधर, बिहार पुलिस एसोसिएशन के महामंत्री यदुनंदन यादव ने कहा कि वरीय पुलिस पदाधिकारी अपराधी तत्वों को तरजीह देना बंद करे, अन्यथा कनीय पुलिस पदाधिकारियों को अपराधी निशाना बनाते रहेंगे. जब वरीय पुलिस पदाधिकारी अपराधियों को सम्मान देते हैं, तब थानाप्रभारियों की मजबूरी हो जाती है उन्हें सम्मान देने की. ऐसे में आखिरकार पुलिसकर्मियों को ही जान से हाथ धोना पड़ता है. उन्होंने आला पुलिस अधिकारियों से हत्याकांड के अभियुक्तों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की.
पुलिस अधिकारी जिम्मेवार : विधायक
वहीं, राघोपुर के जदयू विधायक सतीश कुमार ने घटना पर दु:ख व्यक्त किया और कहा कि ऐसे हालात के लिए पुलिस अधिकारी जिम्मेवार हैं. हमने पूर्व में कई बार पुलिस विभाग के उच्चधिकारियों को लिखित रूप से अवगत कराया था कि यहां के हालात ठीक नहीं हैं. अराजक तत्वों पर नजर रखे जाने की जरूरत है. इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गयी.