थावे (गोपालगंज)
नववर्ष पर बुधवार को सूर्यदेव भी प्रसन्न दिखे. मौसम ने जब साथ दिया तो प्रमुख शक्ति पीठ थावे में मां के दर्शन के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा. लाखों भक्तों ने मां के दरबार में शिश नवा कर नववर्ष की शुरुआत की. थावे उतर बिहार ही नहीं, बल्कि पूर्वाचल का भी प्रमुख दर्शनीय पीठ है, जहां नेपाल से लेकर यूपी, झारखंड और बिहार के लाखों भक्त पहुंच कर मइया के दरबार में पूरे वर्ष सुख, शांति और समृद्धि की कामना की. इस बीच डीएम कृष्ण मोहन भी पहुंच कर मां के दर्शन किये और मां से शक्ति मांगी. मोतिहारी के जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार वाजपेयी भी अपने परिवार के साथ मां के दरबार में पहुंच कर आशीष मांगा. इसके अलावा बिहार, यूपी व नेपाल के लाखों लाख भक्त सुबह पांच बजे से ही देर रात तक दर्शन के लिए जुटे रहे. भीड़ को संभालने में स्थानीय प्रशासन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. बता दें कि पहले से यहां नववर्ष की तैयारी जिला प्रशासन की तरफ से नहीं की गयी थी. प्रशासन को इतनी भीड़ उमड़ने की उम्मीद भी नहीं थी. अचानक पहुंचे लोगों के सैलाब ने प्रशासन की सारी तैयारियों को ध्वस्त कर दिया. पानी से लेकर शौचालय तक की समस्या देखी गयी. भीड़ को देखते हुए मंदिर का पट को दोपहर में बंद नहीं किया गया. फिर भी घंटों लाइन में लगने के बाद मां का दर्शन हो पा रहा था. ऐतिहासिक थावे मंदिर परिसर में इस बार नववर्ष के मौके पर उमड़े सैलाब के बीच लाखों रुपये का नारियल, फूल तथा गुलदस्ते का कारोबार हुआ. नववर्ष के मौके पर मां को नारियल और फूल चढ़ा कर सुख-समृद्धि की कामना की गयी. जबकि गुलदस्ता और गुलाब नववर्ष के मौके पर एक-दूसरे को देकर बधाइयां दी गयीं. इस बार सर्वाधिक डिमांड गेंदा, गुलाब और चमेली फूलों का रहा. जबकि प्रसाद में नारियल और चुंदरी मां को चढ़ाया गया. मंदिर समिति की तरफ से नववर्ष के मौके पर उमड़ने वाली भीड़ को ध्यान में रख कर तैयारियां नहीं की गयी थी और तो और, मंदिर के गर्भ गृह में लगाये गये सीसीटीवी कैमरा पर कागज साट दिया गया था, ताकि गर्भगृह का कोई रिकार्ड प्रशासन तक नहीं पहुंच सके. गर्भगृह के भीतर तीन की जगह पांच सात पुजारी जमे रहे. गर्भगृह के कैमरे पर जान बूझ कर कागज लगा दिया गया कि भीतर की कोई जानकारी बाहर बैठे अधिकारियों को न पता चले. गेट पर भी पूरी तरह से कचरा जमा हुआ था. नववर्ष के मौके पर जहां लाखों भक्तों के आस्था का केंद्र थावे मंदिर है, यहां प्रशासनिक उपेक्षा एक बार फिर खुल का सामने आ गया. यहां प्रशासन ने लाखों भक्तों की सुरक्षा के प्रति कोई विशेष इंतजाम नहीं किया था. इस कारण बाइकर्स मंदिर परिसर से लेकर जंगल तक बेधड़क बाइक चलाते देखे गये. इससे मां के दर्शन तथा पिकनिक मनाने पहुंचे महिला भक्तों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा. जंगल में भी शराब के नशे में धुत होकर युवा बाइकर्स बेधड़क चलते रहे. कई महिलाओं के साथ ईल हरकत भी की गयी. जंगल में कोई पुलिस की व्यवस्था नहीं की गयी थी, जिस कारण दूर-दूर आयी महिला भक्तों को परेशानी हुई. कई महिलाओं ने इसकी शिकायत भी प्रशासन के वरीय अधिकारियों से की. नववर्ष के मौके पर मौसम काफी खुशनुमा था. यूपी से लेकर नेपाल तक लाखों लाख भक्तों की भीड़ लगी थी. जाम से निबटने के लिए प्रशासन की तरफ से कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं थी, जिसके कारण पूरे दिन एनएच 85 जाम से जूझता रहा. गोपालगंज से पटना जानेवाली मुख्य सड़क होने के कारण सैकड़ों वाहन जाम में फंसे रहे. चार से पांच घंटे तक जाम में जूझने के बाद किसी तरह से गाड़ियां निकल पाती थी. जबकि प्रशासन ने यहां स्टैंड से लेकर मंदिर के गोलंबर तक जाम से निकलने की कोई व्यवस्था नहीं करायी थी. नतीजा था कि कई अधिकारियों की गाड़ी भी जाम में फंसी रही. प्रशासन और न्यायपालिका के कई पदाधिकारी जाम में फंस गये. बीडीओ अशोक कुमार चौधरी ने यहां पूरा इंतजाम करने की दावा किया था. लेकिन जब आस्था का सैलाब उमड़ा तो स्थानीय प्रशासन की सारी तैयारियां पल भर में ध्वस्त हो गयी.
सुख-समृद्धि की कामना
गोपालगंज. जिला मुख्यालय में स्थित गायत्री मंदिर में गायत्री परिवार के भक्तों ने नववर्ष पर सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की. उन्होंने मंदिर में हवन एवं पूजा-पाठ कर के जिले में शांति, सुख एवं समृद्धि की कामना की. वहीं, मंदिर से बाहर निकलने के बाद गायत्री परिवार के सदस्यों ने मुहल्ले के लोगों को नववर्ष की बधाई देते हुए सामाजिक समरसता कायम करने और विकास की गति तेज करने की अपील की. मौके पर चंचल कुमार, हृदय देवी, किरण देवी, मंजू देवी, मीरा देवी, शकुंतला देवी, उषा देवी, मेघनाथ सहित अन्य लोग उपस्थित थे.