पटना: कंपकंपाती ठंड और घने कोहरे के बीच नक्सली अपने मंसूबों को अंजाम देने की फिराक में हैं. इस बार उनके निशाने पर रेल व जेल दोनों हैं. आइबी ने बिहार समेत देश के पांच सर्वाधिक नक्सल प्रभावित राज्यों को विशेष सतर्कता बरतने से संबंधित अलर्ट जारी कर दिया है. आइबी के अलर्ट में कहा गया है कि घने कोहरे का लाभ उठाते हुए नक्सली ट्रेनों को अपना निशाना बना सकते हैं. उनके निशाने पर ट्रेनों की सुरक्षा में तैनात रेल सुरक्षा बल, रेलवे स्टेशन, रेल की पटरियां और यात्री हो सकते हैं.
सघन निगरानी : पुलिस मुख्यालय ने अलर्ट के मद्देनजर राज्य से गुजरने वाली सभी ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ा दी है. एक आला अधिकारी ने बताया कि ट्रेनों और जेलों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त बलों की प्रतिनियुक्ति भी की जा चुकी है. सभी संवेदनशील रेलवे स्टेशनों और रेल खंडों की सघन निगरानी की जा रही है. जिन पांच राज्यों को अलर्ट किया गया है उनमें बिहार के अलावा झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और प. बंगाल शामिल हैं. खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नक्सलियों द्वारा घने कोहरे में रेल और जेल पर हमले की साजिश संबंधित कई खुफिया इनपुट आइबी को मिले हैं.
इन खुफिया इनपुट के आधार पर आइबी ने यह ताजा अलर्ट 24 दिसबंर को जारी किया है. जेलों पर नक्सली हमले की आशंका से पहले ही उपरोक्त पांचों राज्यों को आइबी द्वारा अलर्ट किया जा चुका है. कुछ राज्यों की पुलिस ने जेलों पर हमले से निबटने के लिए वहां अपना ‘मॉक ड्रिल’ किया है. बिहार पुलिस भी कई जिलों में जेलों की सुरक्षा को लेकर अपना ‘मॉक ड्रिल’ कर चुकी है, साथ ही सुरक्षा को भी सख्त कर दिया गया है. घने कोहरे के बीच नक्सलियों द्वारा ट्रेनों को निशाना बनाया जाना कोई नयी बात नहीं है. पूर्व में भी उन्होंने बिहार, झारखंड और प. बंगाल से होकर गुजरनेवाली ट्रेनों को अपना निशाना बनाया है. आइबी ने अपने अलर्ट में उपरोक्त राज्यों के कुछ सर्वाधिक नक्सल प्रभावित इलाकों का भी जिक्र किया है, जिनमें बिहार के जमुई, लखीसराय, गया-गोमो रेलखंड, गया-बनारस रेल खंड और झारखंड के धनबाद रेल मंडल का लातेहार रेलवे स्टेशन शामिल हैं.
सभाओं की सुरक्षा के इंतजाम की सलाह
आइबी ने राज्य पुलिस को राजनीतिक सभाओं को लेकर भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम करने की हिदायत दी है. नक्सली संगठन सभा या रैली को भी अपना निशाना बना सकते हैं. इसके मद्देनजर राजनीतिक दलों से जुड़े बड़े नेताओं की सभाओं में सुरक्षा के विशेष इंतजाम करने का निर्देश दिया गया है.