जहानाबाद (नगर)
शहर के एरकी मदारपुर की रहने वाली एक नाबालिग के साथ हुए गैंगरेप की घटना के खिलाफ अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला संगठन ने समाहरणालय के समक्ष प्रदर्शन किया . इससे पूर्व पार्टी कार्यालय से एक जुलूस निकाल कर मुख्य मार्ग होते हुए समाहरणालय पहुंच प्रदर्शन में तब्दील हो गया. जुलूस में शामिल सैकड़ों महिलाएं सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रही थी. प्रदर्शन के दौरान एपवा के जिला संयोजक कुंती देवी ने कहा कि सुशासन की सरकार ने महिलाओं की आबरू असुरक्षित है. महिला सशक्तिकरण का दावा खोखला साबित हो चुका है. खासकर जिले में बलात्कारियों, अपराधियों का तांडव मचा हुआ है. वहीं प्रशासन मूक दर्शक बनी हुई है. 18 दिसंबर को एरकी मदारपुर गांव में अपराधियों द्वारा एक नाबालिग के साथ गैंगरेप किया गया तथा पीड़ित परिवार को मुकदमा उठाने की धमकी भी दिया जा रहा है. जिससे गांव के गरीबों में भय व आतंक का वातावरण कायम है. वहीं बलात्कारी प्रशासन के गिरफ्त से बाहर है. ऐसा लगता है जैसे प्रशासन द्वारा बलात्कारियों एवं अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है. यही कारण है कि जिले में बलात्कार, अपराध की घटना में वृद्धि हो रही है और प्रशासन हाथ पर हाथ रखकर बैठी है. एपवा नेताओं ने बलात्कारियों एवं अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करने एवं पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने की मांग किया. प्रदर्शन में लीला वर्मा, डा. रामाधार सिंह, संतोष केशरी, उपाध्याय यादव, रेणु देवी, महेंद्री देवी, अनीता देवी आदि शामिल थे.