पटना: बुधवार को सुबह के छह बजे हैं. 10 सकरुलर रोड के मुख्य दरवाजे से लालू प्रसाद जिंदाबाद का नारा लग रहा है. पूछने पर हुजूम में शामिल लोग बताते हैं कि लालू जी कल रात में 78 दिन बाद पटना आये हैं.
जदयू और भाजपा के लोगों ने साजिश कर झूठे केस में फंसा कर जेल भेजवा दिया था. अब कोर्ट से वेल मिल गया है. वहां दूरदराज खासकर दियारा क्षेत्र से आने वाले लोगों की संख्या ज्यादा थी. रोहतास नोखा के सीडी सिंह का कहना था कि अब विरोधियों की दाल नहीं गलने वाली है. सुबह सात बजे लालू प्रसाद और राबड़ी देवी नीचे आती हैं और वहां जल रहे अलावा के किनारे बैठ सभी आने वाले लोगों का अभिवादन कर रहे थे. वहां धीरे-धीरे पूर्व मंत्री इलियास हुसैन, प्रदेश अध्यक्ष डा रामचंद्र पूर्वे, महासचिव निराला यादव, शक्ति सिंह यादव, संजीव कुमार राय, मीडिया प्रभारी व प्रवक्ता रणधीर यादव, पंचायती राज प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार, मजदूर प्रकोष्ठ के अध्यक्ष चंदन कुमार चौधरी, मो शमी इकबाल, विधायक प्रो अब्दुल गफूर, जावेद इकबाल अंसारी, जितेंद्र कुमार राय आदि भी पहुंचे.
रिहाई का स्वागत
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की रिहाई का राजनीतिक बंदी रिहाई समिति ने स्वागत किया है. राज्य सचिव जगदीश आर्य ने राजनीतिक, सामाजिक तथा आर्थिक हितों के लिए संघर्षरत रहे हैं, उसे भी कारा से मुक्त किया जाये.