पटना: भाजपा, राजद व लोजपा समेत विपक्षी दलों की रैलियों के बीच सत्ताधारी दल जदयू की संकल्प रैली शनिवार से आरंभ हो रही है. रैली में जदयू विपक्ष को करारा जवाब देगा. मोतिहारी से आरंभ हो रही रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल होंगे. भाजपा से अलग होने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री पार्टी के मंच पर अपनी बातें जोरदार तरीके से रखेंगे.
संकल्प रैली को लोकसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़ कर देखा जा रहा है. फरवरी तक चलनेवाली इस संकल्प रैली में लोकसभा के सभी क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं की उपस्थिति होगी. पार्टी सूत्र बता रहे हैं कि संकल्प रैली में विपक्षी पार्टियों के हर आरोप का जवाब दिया जायेगा. रैली का आगाज मोतिहारी के सुगौली मैदान से होगा. फरवरी तक पार्टी की ओर से कुल 12 संकल्प रैली की जानी है. इन रैलियों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित पार्टी के संगठन जिला के नेता-कार्यकर्ता शामिल होंगे.
पहली रैली में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री शनिवार को ही मोतिहारी के लिए रवाना होंगे और देर रात तक पटना लौट सकते हैं. रैली के लिए जदयू ने पूरी तैयारी की है. प्रदेश स्तरीय नेताओं तक इसकी समीक्षा की गयी है. पूर्व के कार्यक्रमों की तरह ही मुख्यमंत्री संकल्प रैली में शामिल होने के लिए पार्टी की ओर से इंतजाम किये गये वाहन से ही मोतिहारी जायेंगे. इसके अलावा वे पार्टी के किसी नेता के यहां ही दिन का खाना खायेंगे. लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन बेहतर हो, इसके लिए पार्टी की यह रैली काफी अहम मानी जा रही है.
लोस चुनाव लक्ष्य
जदयू के लोकसभा में अभी 20 सांसद हैं. पार्टी की कोशिश है कि इस संख्या में और इजाफा हो. पार्टी का प्रदर्शन बेहतर करने के लिए संकल्प रैली से पहले पार्टी की ओर से विधानसभावार व लोकसभावार कार्यकर्ता सम्मेलन हो चुका है. इन सम्मेलनों में पार्टी ने बूथ स्तर तक कम-से-कम 25 सक्रिय सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा था. इसका मकसद प्रदेश की तरह ही पंचायत स्तर तक संगठन को मजबूत करना था.