टिकट फर्जीवाड़े का मामला
मुजफ्फरपुर : जंकशन पर फर्जी टिकट थमा भोले–भाले यात्रियों को ठगने वाले गिरोह के खुलासा के बाद इसमें रेलवे के भी कई कर्मचारियों के शामिल होने की बू आ रही है. फर्जी टिकट नेटवर्क का तार मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर व पटना जंकशन के अलावा बिहार के कई बड़े जंकशन पर तैनात कर्मचारियों से भी जुड़ता दिख रहा है.
इसके बाद जीआरपी ने बिचौलिये से मिल टिकट फर्जीवाड़ा करने वाले कर्मचारियों की शिनाख्त में जुट गयी है. बताते हैं कि कई कर्मचारियों का बिचौलियों से सालों से साठ–गांठ है. पंक्ति में टिकट के लिए खड़े यात्रियों को काउंटर पर तैनात कर्मचारी भी इशारा कर बिचौलिये से टिकट लेने की सलाह देते हैं. यह खेल अधिक भीड़ रहने के वक्त नहीं तो देर रात आराम फरमा रहे कुछ कर्मचारी करते हैं.
पूछताछ के दौरान इससे संबंधित कई खुलासे धंधेबाजों ने किये हैं. हालांकि, पुलिस अभी अनुसंधान के कारण कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है. हालांकि, पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस नेटवर्क के सारे सदस्यों को पकड़ लिया जायेगा. इधर, मंगलवार को फर्जी टिकट बेचते गिरफ्तार सरैया थाना के अजीतपुर निवासी धर्मवीर कुमार सहनी व अहियापुर थाना के बैरिया कोल्हुआ पैगंबरपुर के विनोद साह को कोर्ट में पेशी के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
पटना व समस्तीपुर में छापेमारी.
जीआरपी पुलिस ने अलग–अलग टीम बना कर मंगलवार को पटना जंकशन व राजेंद्र नगर टर्मिनल पर छापेमारी की. इसके अलावा गिरोह के सदस्यों की तलाश में समस्तीपुर में भी छापेमारी की गयी. हालांकि, टीम को सफलता हाथ नहीं लगी है.
जीआरपी थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद ने बताया कि सरैया थाना के अजीतपुर के तीन युवकों की शिनाख्त की गयी है. यह पटना व समस्तीपुर में कुछ लोकल युवकों के माध्यम से फर्जी टिकट बेचने का काम करते हैं. तीनों की गिरफ्तारी के लिए स्थानीय पुलिस से भी संपर्क साधा गया है.