भागलपुर: कोतवाली चौक स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर परिसर में मंगलवार को मुनिराज सौरभ सागर महाराज का 43वां जन्म दिन परोपकार दिवस के रूप में मनाया गया.
अपने 43वें जन्म दिन पर मंगलवार को मुनिराज ने मायागंज स्थित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल एवं घंटाघर चौक स्थित सदर अस्पताल में जन्म लेने वाली बेटी के नाम पांच-पांच हजार रुपये देने की घोषणा की. इसके लिए दोनों अस्पताल के अधीक्षक को मंगलवार को जन्म लेने वाली बच्चियों की सूची उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है.
वहीं जैन मंदिर परिसर में रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसमें श्री दिगंबर जैन परिषद के 40 नवयुवकों ने रक्तदान किया. परोपकार दिवस समारोह का उद्घाटन सांसद शाहनवाज हुसैन और उप मेयर प्रीति शेखर ने किया. जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल, मोक्षदा गल्र्स हाइस्कूल और कला केंद्र को वाटर कूलर प्रदान किया गया, जबकि सदर अस्पताल को व्हील चेयर दिया गया. इसी दौरान मंदिर परिसर में दरिद्र नारायण भोज व रामानंदी अनाथालय में बच्चों को भोजन कराया गया.
इस अवसर पर श्री दिगंबर जैन मंदिर में चार सिलिंडर के माध्यम से ऑक्सीजन सिलिंडर बैंक बनाया गया. आयुर्वेद चिकित्सा शिविर लगाया गया था, जिसमें कोलकाता के चिकित्सक डॉ एसके राय ने मरीजों की जांच की और नि:शुल्क दवा का वितरण किया. होमियोपैथिक चिकित्सा शिविर में मरीजों की जांच एवं नि:शुल्क दवा का वितरण डॉ मुजीब ने किया. जैन विद्यालय नाथनगर में 50 बच्चों को पोशाक व 20 बच्चों के फीस माफ की राशि दी गयी. जैन विद्यालय, भागलपुर के 10 बच्चों के फीस माफ की राशि दी गयी.
समारोह के दौरान आचार्य पुष्पदंत सागर महाराज के चित्र का अनावरण दिल्ली के राकेश जैन एवं हरियाणा के आनंद जैन ने किया. जैन महिला मंडली द्वारा आकर्षक भक्ति नृत्य प्रस्तुत किया गया. सांसद श्री हुसैन ने कहा कि जन्म दिन तो सभी मनाते हैं पर जन्म दिन मनाना तभी सार्थक होता है, जब दूसरों को खुशी प्रदान किया जाये. मुनिराज सौरभ सागर ने कहा कि जन्म महत्वपूर्ण नहीं, जो जीवन में मिला है, उसे हम धर्म परोपकार सेवा में समर्पित करते हैं तो वह महत्वपूर्ण हो जाता है. उन्होंने कहा कि जहां प्रेम का प्रकाश फैलाने और बांटने का कार्य होता है, वही जन्मदिन सार्थक होता है. समारोह का संचालन सिद्धक्षेत्र मंत्री सुनील जैन ने किया. समारोह में जेएलएनएमसीएच के अधीक्षक प्रोफेसर डॉ विनोद प्रसाद , मोक्षदा बालिका इंटर स्कूल की प्राचार्य सुषमा गुप्ता, कला केंद्र के प्राचार्य रामलखन सिंह गुरुजी, चिकित्सक डा एके सिंह, डा मोजीब, डा रेखा झा, डा शैलेंद्र आदि उपस्थित थे.
बच्ची की मां हुई खुश
जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के महिला वार्ड में बेड पर लेटी सिमरा (बौसी) निवासी राम चंद्र हांसदा की पत्नी रीता मुमरू लेटी थी. उन्होंने मंगलवार शाम करीब पांच बचे एक बच्ची को जन्म दिया.
जब उन्हें बताया गया कि मंगलवार को बच्ची को जन्म होने पर पांच हजार रुपये मिलेंगे, तो वह काफी खुश हुई. उनकी सास भी काफी खुश हुई. दरअसल, बच्ची को जन्म देने के दौरान ही वह पीलिया की शिकार हो गयी थी.
12 घंटे के अंदर बच्ची को इंजेक्शन नहीं दिया गया, तो उन्हें भी पीलिया हो जायेगा. इस इंजेक्शन की कीमत छह हजार से अधिक है. इस चिंता से उनकी आंखों की नींद गायब थी. पांच हजार मिलने की बात से उनकी थोड़ी-बहुत चिंता दूर हो गयी है.