पटना: शिक्षा विभाग ने नवंबर में जिला व प्रखंडों में कैंप लगा कर प्रारंभिक शिक्षकों के खाली सीटों को भरने का निर्णय लिया है. इसे लेकर शिक्षक नियोजन नियमावली में संशोधन की प्रक्रिया चल रही है. नियमावली के मुताबिक अधिकतम तीन चरणों में नियोजन पत्र वितरित किये जायेंगे. इसके बाद नियोजन का काम समाप्त माना जायेगा.
इसलिए, कैंप लगाने के लिए नियमावली में संशोधन अनिवार्य है. इधर, विभाग का प्रयास है कि 31 अक्तूबर तक तीन चरणों के नियोजन पत्र वितरित कर दिया जाये. इस बीच नियमावली में संशोधन भी करा लेना होगा, ताकि नवंबर में कैंप लग सके. सबसे खराब स्थिति सीवान व सुपौल की है. सीवान में 4100 व सुपौल में 4000 पदों पर नियुक्ति होनी है, पर इन जिलों में क्रमश: 971 व 1300 नियोजन पत्र ही वितरित हो पाये हैं. यहां योगदान देनेवाले शिक्षकों की स्थिति और भी खराब है.
हालांकि, कितने शिक्षकों ने योगदान दिया है, इसकी अद्यतन रिपोर्ट फिलहाल विभाग को नहीं मिली है. दोनों जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों को विभाग ने काम में तेजी लाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है. जिलों में नियोजन पत्र तो वितरित हो रहे हैं, पर उसके एक चौथाई से भी कम अभ्यर्थी योगदान दे रहे हैं. जो अभ्यर्थी योगदान दे रहे हैं, दूसरी जगह चयन होने पर वे इस्तीफा दे रहे हैं.