पटना: भारत स्काउट एंड गाइड के तर्ज पर फर्जी एनजीओ द स्काउट गाइड एसोसिएशन खोल कर छात्रों को ठगनेवाले राज किशोर प्रसाद सिंह उर्फ राज केपी सिंह को पुलिस ने पत्रकार नगर थाने के मां जागेश्वरी अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 201 से सोमवार को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने उसके चार सहयोगियों को भी पकड़ा है. इनमें रवि गिरी (मां जागेश्वरी अपार्टमेंट), युगल किशोर (विद्यापुरी कॉलोनी, पत्रकार नगर), राजू कुमार (कुम्हरार, विकास नगर) व कन्हैया कुमार (सकरी गली, आलमगंज) शामिल है. इनके पास से पुलिस ने पीली बत्ती लगी टाटा इंडिगो कार, एक लैपटॉप, एक टैब, एक रजिस्टर व विभिन्न प्रकार की नियुक्तियों से संबंधित कॉल लेटर भी बरामद किये हैं. राज किशोर पीली बत्ती लगी कार पर घूमता था व खुद को कमिश्नर जैसे प्रशासनिक अधिकारी बताता था. उसने अपनी संस्था की वेबसाइट भी बना रखा थी.
एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि जनता दरबार में कुछ दिनों पहले पीड़ित छात्र आये थे और शिकायत की थी कि उनसे शिक्षक की नौकरी दिलाने के नाम पर राज किशोर ने हजारों रुपये ठग लिये हैं. शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने राज किशोर के गतिविधियों पर नजर रखने लगी. उसकी गतिविधि संदिग्ध पायी गयी, तो पुलिस ने सोमवार को उसे पकड़ लिया. उसने मां जागेश्वर अपार्टमेंट में कार्यालय भी खोल रखा था और गार्ड, चालक के साथ अन्य कर्मचारियों को वेतन पर बहाल कर लिया था. वह गार्ड को प्रति महीने सात हजार रुपये वेतन भी दिया करता था. धौंस जमाने के लिए वह खुद को कमिश्नर कहता था.
वर्ष 98 से कर रहा है ठगी
एसएसपी ने बताया कि ठगी के धंधे में राज किशोर वर्ष 1998 से ही लगा हुआ है. वह वर्ष 98 में पत्रकार नगर से व वर्ष 2005 में अगमकुआं थाने से भी फर्जीवाड़े के मामले में जेल जा चुका है. कई बार जेल जाने के बावजूद उसकी गतिविधियों बंद नहीं हुईं.जेल से छूटते ही वह फिर से छात्रों व बेरोजगार युवकों को ठगने में लग गया. छात्रों को प्रभावित करने के लिए वह वेब साइट पर दिखाता था. कोडरमा के रहने वाले रोशन कुमार को नौकरी दिलाने के नाम पर तीन लाख रुपये राज किशोर ने ठग लिये थे. रोशन ने पत्रकार नगर थाने में मामला दर्ज कराया था.