पटना:दो लाख की सुपारी लेकर छात्र नागेंद्र प्रसाद की हत्या करनेवाले दोनों सुपारी किलर अजय यादव व लल्लू तिवारी अब तक पुलिस के हाथ नहीं आये हैं. पुलिस ने नागेंद्र का शव व बाइक भी बरामद नहीं कर पायी है.
दोनों सुपारी लेकर पहले भी कई लोगों की हत्या कर चुके हैं. नागेंद्र की हत्या 8 सितंबर को गोली मार कर बांस घाट के सामने बीच गंगा में कर दी गयी थी. हत्या करने के बाद अपराधियों ने बीच गंगा में ही उसके शव को दफन कर दिया था. सुपारी उसी के दोस्त अशोक कुमार ने दी थी. पुलिस अशोक के साथ वीरू व मनीष को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
बीपीएससी की तैयारी करता था नागेंद्र : गोपालगंज के बहथरी, भोपतापुर का मूल निवासी नागेंद्र प्रसाद पीसी कॉलोनी के इ-सेक्टर में किराये का मकान लेकर रहता था और बीपीएससी की परीक्षा की तैयारी करता था.
उसकी मित्रता पीसी कॉलोनी के सेक्टर में रहनेवाले अशोक से सात साल से थी. आठ सितंबर को अशोक अपने साथ नागेंद्र प्रसाद को लेकर गया. उसके बाद से नागेंद्र लापता हो गया. उसका मोबाइल फोन जब स्विच ऑफ बताने लगा, तो उसके भाई जीतेंद्र गुप्ता ने कंकड़बाग थाने में नौ सितंबर को गुमशुदगी का मामला दर्ज करा दिया था. लेकिन किसी प्रकार की जानकारी जब परिजनों को नहीं मिली, तो अंत में नागेंद्र के अपहरण की प्राथमिकी 17 सितंबर को दर्ज करायी गयी थी.
शक के आधार पर पुलिस ने अशोक को गिरफ्तार किया, तो उसी ने खुलासा किया कि दो लाख की सुपारी उसने नागेंद्र की हत्या के लिए अजय व लल्लू को दी थी. इन दोनों ने मनीष व वीरु के साथ मिल कर नागेंद्र की हत्या करने के बाद शव को गंगा में फेंक दिया था. जिस नाव में हत्या की गयी थी, उसके चालक बंदरवा को पुलिस ने सरकारी गवाह बनाया है. उसने हत्या होते देखी थी. सदर डीएसपी मुत्तफिक अहमद ने बताया कि दोनों अपराधी काफी पेशेवर हैं. उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है.