पटना: नवमी 13 अक्तूबर को दिन में 01:55 बजे तक है. उत्तरापाद नक्षत्र का प्रभाव सुबह 07: 53 बजे तक है. इसके बाद पूरे दिन व रात्रि में श्रवण नक्षत्र का प्रभाव शुरू हो जाता है, जो दशमी के दिन भी रहता है.
आचार्य संजय कुमार तिवारी की मानें, तो श्रवण नक्षत्र युक्त विजय दशमी आम लोगों के लिए लाभकारी होता है. इस दिन मां का पूजन करनेवालों भक्तों की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं. निर्णय सिंधु के अनुसार आश्विन शुल्क दशमी को तारा उदय होने के समय विजयकाल रहता है. उन्होंने बताया कि 120 साल में एक बार इस तरह का नक्षत्र होता है, जो भक्तों के लिए लाभकारी होता है.
आचार्य तिवारी की मानें, तो स्कंद पुराण के अनुसार विजयदशमी के दिन उत्तर पूर्व दिशा में विजय व कल्याण को प्राप्त करने के लिए अपराजिता देवी की पूजा करनी चाहिए. इसके लिए शमी के वृक्ष के नीचे सुपारी, चावल, फूल व तांबा का सिक्का रख करके पूजा करनी चाहिए. मां अपराजिता देवी की पूजा करने पर भक्त अजेय हो जाता है और लक्ष्मी की प्राप्ति होती है.