पटना : केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस का भाजपा से मुकाबला, तो महज सात–आठ राज्यों में है, बाकी जगहों पर तो क्षेत्रीय दलों से है. कहीं बीजेडी, तो कहीं टीडीपी. हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि बिहार में किससे मुकाबला है.
रविवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा आरएसएस की नीतियों पर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती है. इसका कैप्टन अमित शाह को बनाया गया है. इसका ट्रेलर मुजफ्फरनगर में देखा जा चुका है. भाजपा बिहार व उत्तरप्रदेश में सामाजिक तनाव पैदा करना चाहती है.
लेकिन, मुखौटे के रूप में वह विकास व सुशासन की बात करती है. नरेंद्र मोदी का नाम लिये बगैर उन्होंने कहा कि अब किस गुजरात मॉडल की बात की जा रही है. औद्योगिकीकरण व शहरीकरण के मामले में वह राज्य वर्ष 1970, 1980, 1990 व 2000 में दूसरे नंबर पर था, आज भी वही है.
प्रति व्यक्ति आय के मामले में गुजरात नौवें नंबर पर है. उन्होंने कहा कि भाजपा टूजी मामले में सीएजी रिपोर्ट को भगवान के नाम की तरह जपती है, लेकिन जब बात गुजरात में कुपोषण की आती है, तो कहते हैं कि रिपोर्ट ठीक नहीं है. बाल लिंगानुपात (छह वर्ष तक) की बात करें, तो बिहार का 920 है, जबकि गुजरात का 880 है. गुजरात के सामाजिक क्षेत्र के आंकड़े बिगड़े हुए हैं.
गुजरात के मुख्यमंत्री शौचालयों के मामले में कहते हैं कि ग्रामीण क्षेत्र में 84 फीसदी कवरेज हुआ है, जबकि नयी जनगणना में इसका कवरेज महज 34 फीसदी है. वहां के मॉडल की सफलता एक व्यक्ति के कारण नहीं, बल्कि गुजरातियों के कारण है. उन्होंने कहा कि बिहार का विकास सेकुलर फ्रंट के कारण हुआ है.
मौके पर प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी, विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह, मीडिया प्रभारी प्रेमचंद्र मिश्र, मदन मोहन झा, डॉ अशोक कुमार, डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह, विजय शंकर दूबे, डॉ विनोद शर्मा, राजेश सिन्हा, सरवत जहां फातमा, समीर कुमार महासेठ आदि मौजूद थे.