मुजफ्फरपुर:एफआइआर में मृत मान ली गयी नेहा अपने फेसबुक फ्रेंड के यहां थी. गायब होने के 26 वें दिन वह वापस मुजफ्फरपुर लौट आयी. नेहा 23 अगस्त को हाथी चौक स्थित ससुराल से लापता हो गयी थी. इसका आरोप उसके पति और ससुराल के अन्य लोगों पर लगा था. परिजनों ने थाने में जो एफआइआर दर्ज कराया था उसमें नेहा की हत्या कर शव को गायब करने का आरोप लगाया गया था. मामले में पुलिस ने नेहा के पति मंजीत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. नेहा के वापस लौटने से मामले में नया मोड़ आ गया है. वापस लौटने पर बुधवार को नगर थाने पर डीएसपी उपेंद्र कुमार ने नेहा से पूछताछ की.
फेसबुक के दोस्त के यहां ठहरी थी
नेहा ने पुलिस को बयान दिया है कि शादी के दो साल पूर्व से ही पटना के एक युवक से उसकी दोस्ती थी. यह दोस्ती उसकी फेसबुक के सहारे हुई थी. दोनों के बीच अक्सर बातचीत भी होती थी. 23 अगस्त को वह पटना चली गयी थी. स्टेशन पर उसका दोस्त उसे लेने आया था. दोनों के बीच प्रगाढ़ दोस्ती है. वह 20 दिनों से अधिक समय तक एक लॉज में रह रही थी. जांच के यह भी पता चला है कि नेहा ने अपने वकील को फोन किया था.
पति की प्रताड़ना से तंग होकर भागी
यह था मामला
26 अगस्त को नगर थाना क्षेत्र के ब्राह्मण टोली निवासी पूनम देवी ने मिठनपुरा थाने में अपनी बेटी नेहा की हत्या कर शव को गायब कर देने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. माममले में पति मंजीत सिंह के अलावा रंजीत सिंह, सुधा कौर व सोनी को नामजद किया गया था. इसके बाद से ही सभी आरोपित फरार हैं. केवल पति मंजीत को ही पुलिस गिरफ्तार कर पायी है. नेहा के गायब होने के बाद महिला संगठनों ने प्रदर्शन किया था नेहा के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए कैंडिल मार्च निकाला गया था. इस मामले में पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था. एपवा ने मानव श्रृंखला बनाकर नेहा को न्याय दिलाने की मांग की थी.