पटना: नगालैंड व जम्मू में बने बंदूक की फर्जी लाइसेंस पर अनिल कुमार शर्मा व धर्मेद्र कुमार डॉक्टर्स कॉलोनी स्थित एचडीएफसी बैंक में नौकरी कर रहा थे. इन दोनों को पत्रकार नगर थाने की पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. इनके बंदूक को भी जब्त कर लिया है. अनिल करपी पुराना गांव व धर्मेद्र बिहटा के अमहारा का रहनेवाला है. दोनों नाला रोड स्थित एक्स ब्यूरो सिक्यूरिटी एंड सेफ्टी एजेंसी के मार्फत सिक्यूरिटी गार्ड की नौकर कर रहे थे. वहीं, पाटलिपुत्र कॉलोनी से भी पुलिस ने तीन सिक्युरिटी गार्ड को गिरफ्तार किया है.
पकड़े गये गार्डो में सुेरश नंदन (दीघा), मनोज (बक्सर) व राणा प्रताप सिंह (रोहतास) शामिल है. इनके पास से तीन बंदूक व कारतूस जब्त किये गये हैं. तीनों सीएमएस सिक्यूरिटी एजेंसी में काम करते थे. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि पहली सितंबर को दुल्हिन बाजार थाने के इचीपुर गांव से 10 सिक्यूरिटी गार्ड को गिरफ्तार किया गया था. इनके पास से बंदूक के साथ फर्जी लाइसेंस मिले थे. लाइसेंस जम्मू-कश्मीर के उधमपुर से बनवाया गया था. इन्हीं 10 सिक्यूरिटी गार्डो के निशानदेही पर पुलिस ने बुधवार को एचडीएफसी बैंक में छापेमारी कर धर्मेद्र व अनिल को गिरफ्तार कर लिया.
बनवाते थे फर्जी लाइसेंस
पूछताछ में अनिल व धर्मेद्र ने बताया कि जिस सिक्यूरिटी एजेंसी के लिए वह काम कर रहे थे, उसका मालिक 50 हजार रुपये लेकर बंदूक व राइफल का फर्जी लाइसेंस बनवाता था.
इन दोनों ने भी फर्जी लाइसेंस के लिए 50-50 हजार रुपये दिये थे. हालांकि, एजेंसी मालिक अब तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है. हालांकि पुलिस एजेंसी मालिक की गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारीकर रही है.