पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद की तरह ही मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी बिहार को मजाक बना कर रख दिया है. मांझी में काम नहीं करनेवाले डॉक्टरों को जेल भेजने की हिम्मत तो है नहीं, लेकिन वे हाथ काट लेने की बात करते हैं.
मधुबनी में मंदिर में प्रवेश के विवाद की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया, लेकिन अब तक कोई रिपोर्ट नहीं मिली है. गांधी मैदान में पटना महानगर भाजयुमो द्वारा आयोजित धरने को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस घटना से मिथिलांचल के लोगों को बदनाम करने की कोशिश की गयी है.
एससी-एसटी की लड़कियों के सेकेंड डिवीजन से मैट्रिक पास करने पर छात्रवृत्ति देने की सीएम की घोषणा पर उन्होंने कहा कि अतिपिछड़ा और पिछड़ा वर्ग की लड़कियों को भी आठ हजार रुपये मिलने चाहिए. इसके लिए राज्य के अतिपिछड़ा और महिला संगठन से इसे मुद्दा बनाने की अपील करते हुए मोदी ने कहा कि प्रथम श्रेणी से पास करनेवाले अतिपिछड़ा वर्ग के लड़केऔर लड़कियों को 15 हजार रुपये देने की घोषणा की गयी. अतिपिछड़ा वर्ग को इसलिए छोड़ दिया कि इस वर्ग के लोगों ने लोकसभा चुनाव में जदयू को वोट नहीं दिया.
विशेष दज्रे के लिए कीजिए 10 माह इंतजार : उन्होंने कहा कि विदेश से काला धन वापस लेने करने के लिए दस साल में कांग्रेस ने कुछ नहीं किया. नरेंद्र मोदी ने तो कैबिनेट की पहली बैठक में ही एसआइटी का गठन कर काले धन की वापसी के लिए प्रयास तेज कर दिया. उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दज्रे के लिए सिर्फ दस माह का इंतजार करने का अनुरोध किया. चुनाव बाद जिसे बिहार की जनता सत्ता सौंपेगी, उस सरकार को केंद्र विशेष राज्य का दर्जा देगा.
प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि आज बिहार जल रहा है सरकार और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठी है. नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री बनने के लालच में गंठबंधन को तोड़ दिया. धरने को विधायक अरुण कुमार सिन्हा, संजीव चौरसिया, युवा मोरचा के प्रदेश अध्यक्ष राजेश वर्मा ने भी संबोधित किया. संचालन उपेंद्र साह ने किया.