पटना: पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ व कांटी प्लांट से बिजली उत्पादन शुरू होने पर खुशी जाहिर किया है. फेसबुक पर अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा है, आज मैं बेहद प्रसन्न हूं. 1999 के उन दिनों को याद करता हूं, जब बिहार में सुपर थर्मल पावर प्लांट के लिए मैंने प्रयास आरंभ किया था. उस समय कोई मान नहीं सकता था कि बिहार में एक ऐसा पावर प्लांट लगेगा, जो अकेले इतनी बिजली का उत्पादन करेगा.
छह मार्च, 1999 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था. उस समय ही मैंने ठान लिया था कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करूंगा चाहे, जो भी बाधाएं आयें. जो भी अवरोध आये, उन्हें तत्परता से दूर करने का प्रयास किया. जमीन अधिग्रहण में जनता से सहयोग भी लिया और जहां सरकार की जमीन उपलब्ध हो सकती थी उसके लिए भी प्रयास किया. पर्यावरण संबंधी अवरोधों को तथ्यों और तर्को के आधार पर दूर किया.
आज के दिन अटल जी को याद कर उन्हें धन्यवाद दिया जाना चाहिए. साथ ही अब तक के केंद्रीय बिजली मंत्रियों ने भी इसमें बड़ा सहयोग किया है. मैं पी कुमार मंगलम, सुरेश प्रभु, अनंत गीते और सुशील कुमार शिंदे का भी आभारी हूं, जिनके सहयोग के लिए बिना यह कार्य पूरा नहीं हो सकता था. प्रारंभ में यह प्रोजेक्ट दो हजार मेगावाट का था.
तत्कालीन बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे के कार्यकाल में इसका विस्तार कर क्षमता को 33 सौ मेगावाट किया गया. कांटी थर्मल प्लांट 2005 में बंद पड़ा था. बिहार की सरकार ने इस पर प्राथमिकता से काम किया. प्रबंधन और नवीकरण के लिए एनटीपीसी से करार किये गये. इसके लिए पर्याप्त संसाधन मुहैया कराया. इस तरह से एक यूनिट से उत्पादन चालू हो सका. आज हम इस मुकाम पर पहुंचे हैं कि इस प्लांट के दूसरे यूनिट से भी उत्पादन आरंभ हो रहा है.