मैं टेक्निकल नहीं, ट्रेनिंग की मुझे है जरूरत : सीएम

पटना. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बुधवार को मंत्रियों के लिए आयोजित ‘कंप्यूटर दक्षता उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम’ में कहा कि मैं टेक्निकल आदमी नहीं हूं. बिहार सरकार में अगर किसी को सबसे ज्यादा इसकी जरूरत है, तो वह मैं हूं. प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर लोग टेक्नोलॉजी और […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 23, 2014 5:07 AM

पटना. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बुधवार को मंत्रियों के लिए आयोजित ‘कंप्यूटर दक्षता उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम’ में कहा कि मैं टेक्निकल आदमी नहीं हूं. बिहार सरकार में अगर किसी को सबसे ज्यादा इसकी जरूरत है, तो वह मैं हूं. प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर लोग टेक्नोलॉजी और हाइटेक नहीं होंगे, तो पीछे रह जायेंगे.

आगे बढ़ने के लिए यह बहुत जरूरी है. बिहार ने जो प्रगति की है और जो रफ्तार पकड़ी है, उसे बरकरार रखने की आवश्यकता है. इसमें बिहार सरकार हर संभव मदद को तैयार है. सीएम ने कहा कि आज मंत्रियों पर काम का बोझ ज्यादा है. काम का नेचर भी पहले से बहुत अलग है. आइटी व नयी-नयी टेक्नोलॉजी को नहीं अपनायेंगे, तो पीछे हो जायेंगे.

इसलिए सभी मंत्रियों से आग्रह है कि वे हमारे जैसे नहीं रहिए. आइटी-टेक्नोलॉजी के बारे में ज्यादा- से -ज्यादा जानकारी लें और राज्य को लाभांवित करें. मुख्यमंत्री ने खुद भी नयी-नयी टेक्नोलॉजी की जानकारी लेने और सीखने की बात कही. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मंत्रियों को टेक्नोलॉजी की सभी विधाओं का ज्ञान हो जायेगा, तो उन्हें कोई ठग नहीं सकता है. विभाग की कोई भी योजना हो वे उसकी समीक्षा कर सकते हैं.

उद्घाटन समारोह में सूचना प्रावैधिकी मंत्री शाहिद अली खान ने कहा कि बिहार में यह ट्रेनिंग दूसरी बार आयोजित की जा रही है. सभी मंत्री कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल यूज करना जानते हैं. इस मैसेज को समाज में देने का उद्देश्य है. इससे अधिकारी के साथ-साथ लोग देखेंगे और जानेंगे कि मंत्री सब कुछ जानते हैं. वह भी सीखने का प्रयास करेंगे.

आज साक्षर वही माना जाता है जो लैपटॉप, कंप्यूटर चलाना और मोबाइल यूज करना अच्छी तरह से जानता हो. मंत्री ने कहा कि विभाग हर जिला में ट्रेनिंग प्रोग्राम चलायेगा. इसमें अधिकारी, कर्मचारी के साथ-साथ बच्चों और उनके अभिभावकों को ट्रेनिंग दी जायेगी. समारोह में विभाग के सलाहकार एनके सिन्हा ने कहा कि बिहार तेज गति से इ-गवर्नेस की तरफ बढ़ रहा है. विश्व का सबसे बढ़ा वाइ-फाइ (20 किलोमीटर) पटना में है, जो इंजीनियरिंग कॉलेज से सगुना मोड़ तक रोड के दोनों साइड 200 मीटर तक है. इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी हमारे लाइफ स्कील बन रहा है. डिजिटल लिटरेसी अनिवार्य होती जा रही है.

अगर मंत्रियों को टेक्नोलॉजी की जानकारी होगी, तो उन्हें कोई बरगला नहीं सकता है. तकनीकी सत्र में बेल्ट्रॉन के पूर्व एमडी अतुल सिन्हा ने वाइ-फाइ प्लान की चर्चा की. उन्होंने कहा कि देश भर में 70-80 फीसदी लोग मोबाइल यूजर हैं, जबकि मात्र 12 फीसदी लोग ही इंटरनेट यूज करते हैं. उन्होंने बिहार सरकार द्वारा ऑनलाइन मॉनीटरिंग, वैट एमआइएस, स्टेट डाटा सेंटर के बारे में भी बताया.बेल्ट्रॉन के प्रबंध निदेशक श्रीधर सी, आलोक त्रिपाठी, एसके झा, समेत विभाग के अधिकारी व राष्ट्रीय इलेक्ट्रानिकी व सूचना प्रावैधिकी संस्थान के एक्सपर्ट मौजूद थे.

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