जब राजद नेता के बयान से उबकर मंच छोड़कर जाने लगे मांझी
बेगूसराय: बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की 127वीं जयंती पर बेगूसराय जिले में आज आयोजित एक समारोह में उस समय अजीब माहौल उत्पन्न हो गया जब मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी स्थानीय राजद नेता के लंबे भाषण से उबकर मंच छोडकर जाने लगे. श्रीकृष्ण सिंह की 127वीं जयंती पर बेगूसराय जिला के गढपुरा गांव स्थित एक […]
बेगूसराय: बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की 127वीं जयंती पर बेगूसराय जिले में आज आयोजित एक समारोह में उस समय अजीब माहौल उत्पन्न हो गया जब मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी स्थानीय राजद नेता के लंबे भाषण से उबकर मंच छोडकर जाने लगे.
श्रीकृष्ण सिंह की 127वीं जयंती पर बेगूसराय जिला के गढपुरा गांव स्थित एक माध्यमिक विद्यालय परिसर में आयोजित एक समारोह को राजद की स्थानीय नेता उर्मिला ठाकुर के लंबे समय तक स्थानीय मुद्दों को उठाए जाने से उबकर मांझी मंच छोडकर जाने लगे.
मांझी अपनी सीट पर वापस उस समय लौटे जब लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री महाचंद्र प्रसाद सिंह और अन्य नेताओं ने उनसे आग्रह किया. हेलीकाप्टर से समारोह स्थल पहुंचे मांझी ने आयोजनकर्ताओं से कहा था उन्हें कई कार्यक्रम में शामिल होना है इसलिए उनके पास समय का अभाव है.
मंच से जाने के दौरान आयोजनकर्ताओं में से एक के रुकने का अनुरोध किए जाने पर मांझी ने उन्हें घडी की ओर इशारा करते हुए कहा कि उनके पास समय का अभाव है फिर लोग समय का ख्याल नहीं रख रहे हैं.
बाद में समारोह को संबोधित करते हुए मांझी ने कहा कि अगर श्रीबाबू (श्रीकृष्ण सिंह) ने दलितों को देवघर मंदिर में प्रवेश करने में मदद नहीं की होती तो उनके जैसा दबे-कुचले समुदाय से आने वाला व्यक्ति मुख्यमंत्री की कुर्सी तक नहीं पहुंच सकता था.
मुख्यमंत्री के समारोह स्थल से जाने के बाद भाजपा सांसद भोला सिंह के अपने संबोधन में बिहार सरकार के केवल वादे करने का आरोप लगाने पर जदयू के बिहार विधान परिषद सदस्य रुदल राय ने उनका विरोध किया.