नवरात्रि : छाती पर 19 कलश रखकर नागेश्वर राय करेंगे मां दुर्गा की आराधना

पटना : मां दुर्गा की आराधना का विशेष काल नवरात्र प्रारंभ हो चुका है. इस अवसर पर लोग अपनी श्रद्धा के साथ देवी की आराधना करते हैं. नवरात्रि के मौके पर आस्था का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है. पटना शहर में नया सचिवालय के सामने स्थित नौ लख्खा दुर्गा मंदिर में 57 वर्षीय बाबा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 25, 2014 4:04 PM

पटना : मां दुर्गा की आराधना का विशेष काल नवरात्र प्रारंभ हो चुका है. इस अवसर पर लोग अपनी श्रद्धा के साथ देवी की आराधना करते हैं. नवरात्रि के मौके पर आस्था का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है.

पटना शहर में नया सचिवालय के सामने स्थित नौ लख्खा दुर्गा मंदिर में 57 वर्षीय बाबा नागेश्वर राय ने एक अनूठे तरीके से मां दुर्गा की आराधना शुरु की है. वह पूरे नवरात्र पर्व के दौरान जमीन पर लेटे रहेंगे और अपनी छाती पर गंगाजल से भरे एक के ऊपर एक 19 कलश रखकर मां दुर्गा की आराधना करेंगे.

राय की छाती पर से ये कलश इस पर्व के अंतिम दिन यानी विजयदशमी को हटाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि उन्हें महसूस ही नहीं हो रहा है कि उनकी छाती पर कुछ भी रखा हुआ है. उन्होंने कहा कि ऐसा करने में वे जो अपार हर्ष महसूस कर रहे हैं उसे वे बयान नहीं कर सकते.

उन्होंने कहा कि वे अपने को मां दुर्गा की संतान मानते हैं और इस दौरान मां दुर्गा उनका ख्याल रखेंगी.दरभंगा जिला निवासी राय 1996 से ऐसा करते आए हैं और वे हर वर्ष कलशों की संख्या बढाते रहे हंै.नौ लख्खा दुर्गा मंदिर परिसर में रहकर सचिवालय के कर्मियों को पेयजल उपलब्ध कराने वाले राय पूरे नवरात्र पर्व के दौरान अपनी छाती पर कलश रखे लेटे रहेंगे.

राय ने बताया कि जब वे असम स्थित कामाख्या मंदिर से यहां लौटे थे तो मां दुर्गा उनके सपने में आयीं और ऐसा करने को प्रेरित किया और कहा कि इस दौरान वे हमारा ख्याल रखेंगी.

नवरात्रि के शुरु होने से पूर्व ही राय ने अपने को इसका अभ्यस्त बनाने के लिए दो दिन पहले से ही अन्न और जल त्यागकर उपवास शुरु कर दिया था ताकि इस नौ दिनों के दौरान उन्हें उसकी कोई आवश्यकता महसूस नहीं हो.विजयदशमी को सीने पर से इन कलशों को हटाए जाने के बाद ही राय फलों के रस का सेवन कर अपना उपवास तोड़ेंगे .

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