पटना: पीएमसीएच के शिशु वार्ड में बुधवार की रात घूस नहीं देने पर ऑक्सीजन हटा लेने से मोकामा के नौ वर्षीय रोशन की मौत का मामला गरमा गया है. स्वास्थ्य विभाग की तीन सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को मामले की जांच की, जिसकी रिपोर्ट सोमवार तक मिल जायेगी. इसके बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी.
हैरत की बात तो यह है कि अस्पताल प्रशासन को इस घटना की खबर एक दिन बाद मिली. अस्पताल प्रशासन ने महज खानापूर्ति कर एचओडी को पत्र भेज दिया. दूसरे दिन मीडिया में जब खबर आयी, तो अस्पताल प्रशासन ने वार्ड में पहुंच कर मामले की छानबीन की और कर्मचारी को निलंबित किया. इसके बाद कर्मचारी सुभाष कुमार के खिलाफ पीरबहोर में मामला दर्ज कराया गया. पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
गुस्से में परिजन
अस्पताल प्रशासन की टीम घटना की जानकारी लेने शिशु वार्ड में पहुंची, तो गवाही देनेवालों की भीड़ लग गयी. लोगों ने कहा कि ऑक्सीजन के लिए खुलेआम पैसा मांगा गया था और जब परिजनों ने मना कर दिया, तो ऑक्सीजन सिलिंडर लेकर कर्मचारी वापस चला गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए प्राचार्य डॉ एसएन सिन्हा ने एचओडी डॉ एनपी नारायण से तीन दिनों में स्पष्टीकरण मांगा है. प्राचार्य का पत्र मिलने के बाद एचओडी ने कमेटी बनायी है, जो मामले की जांच कर रही है.
विभागीय कार्रवाई जारी रहेगी
उपाधीक्षक डॉ सुधांशु सिंह ने बताया कि शिशु विभाग के एचओडी ने अपना जवाब नहीं भेजा है, लेकिन जब शुक्रवार को अस्पताल प्रशासन की टीम ने वार्ड में भरती मरीजों से बातचीत की, तो मामला सत्य पाया गया. इस कारण से सुभाष को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग की तीन सदस्यीय टीम ने शिशु विभाग का जायजा लिया. टीम में निदेशक प्रमुख सुरेंद्र प्रसाद, ओएसडी शंकर प्रसाद एवं उन निदेशक डॉ नागेंद्र प्रसाद शामिल थे. स्वास्थ्य विभाग के उप निदेशक सह प्रवक्ता अनिल कुमार ने कहा कि मामले की जांच जब टीम ने की, तो मामला सत्य पाया गया और बच्चे की जान महज 100 रुपये के कारण हो गयी. उन्होंने कहा कि कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है और उसके ऊपर विभागीय कार्रवाई आगे जारी रहेगी. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि पीड़ित की शिकायत के बाद मामला पीरबहोर थाने में दर्ज कर ली गयी है और आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
कर्मचारी के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया गया है. प्राचार्य ने शिशु विभाग के एचओडी से स्पष्टीकरण मांगा है. इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी.
डॉ सुधांशु सिंह, उपाधीक्षक
विभाग की टीम ने वार्ड का जायजा लिया है. टीम अपनी रिपोर्ट सोमवार तक सौंप देगी. इसके बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी. किसी भी हाल में दोषियों को नहीं बख्शा जायेगा.
दीपक कुमार, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग