पटना: जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी ने कहा है कि भाजपा के नेता बिहार का अहित कर रहे हैं. भाजपा नेता सुशील मोदी जिस प्रकार बिहार सरकार को बदनाम करने के लिए गलत तथ्यों व आंकड़ों का सहारा लेते हैं, उससे लगता है कि उस मकड़ जाल में वे खुद फंस गये हैं.
बिहार सरकार की छात्रवृत्ति नीति के संबंध में पिछले बजट सत्र में विधानसभा व विधान परिषद में कई बार बहस हुई. इससे अब तो सब लोग जान चुके हैं कि बिहार सरकार की मंशा साफ है कि राज्य के महादलित, दलित, अल्पसंख्यक, पिछड़े-अतिपिछड़े और अन्य कमजोर वर्ग के मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करें, ताकि उनका भविष्य उज्जवल हो सके. बावजूद इसके भाजपा के नेता लगातार इस मुद्दे गलत आधार पर बार-बार उठा रहे हैं.
भाजपा नेता अगर सच में छात्रवृत्ति देना चाहते हैं तो केंद्र से ही क्यों नहीं कहते कि छात्रवृत्ति की राशि दे. दरअसल, केंद्र को जिनती राशि देनी चाहिए थी, उसने नहीं दिया. इंदिरा आवास योजना हो, मनरेगा योजना, राष्ट्रीय राजमार्गो की सड़कों या राज्य की सड़कों के लिए फंड हो भाजपा की केंद्र सरकार ने हर बार बिहार के संसाधनों को घटाया है. भाजपा के नेता हमेशा नये तरीके से बिहार का अहित कर रहे हैं. जबकि जदयू ने बिहार के हक की लड़ाई लड़ी, ताकि लोगों को उनका हम मिल सके.