पटना: बुद्धा कॉलोनी थाने के आदर्श नगर में हुई महिला ममता देवी (वैशाली, जंदाहा, चक महद्दीन निवासी) की हत्या पैसे के लेन-देन में हुई थी. परिजनों से जो जानकारी पुलिस को मिली है, वह इसी ओर इशारा कर रही है.
इसके अलावा पुलिस जमीनी विवाद के बिंदु पर भी छानबीन कर रही है. सूत्रों के अनुसार पुलिस इस मामले में दो युवकों सूरज व सोनू से पूछताछ कर रही है. सूरज ममता देवी की बहन का देवर है. इस मामले में पुलिस रवि की पूछताछ करने के लिए तलाश रही है. सोनू महिला के गांव के ही रहनेवाले हैं, जबकि सूरज पटना में रह कर मेडिकल परीक्षा की तैयारी करता है और रवि उसका रूम पार्टनर है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि कि फिलहाल अनुसंधान में जमीन विवाद से जुड़ा मामला सामने आ रहा है. सत्यापन करने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकती है. उन्होंने कहा कि दो युवकों से पूछताछ की जा रही है. उन्होंने फिलहाल किसी की गिरफ्तारी से इनकार किया है और कहा कि जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जायेगा.
रेलवे में नौकरी के नाम पर ममता ने दिये थे पांच लाख : चचेरे भाई रामनाथ चौधरी व अन्य परिजनों के मुताबिक महिला ममता देवी को रेलवे में नौकरी लगाने का प्रलोभन दे कर पांच लाख जंदाहा के ही उपेंद्र प्रसाद ने लिया था. उससे 15 दिन पहले पैसा मांगने के लिए जब वे लोग गये थे तो उसने गोली मारने की भी धमकी दी थी. जब मामला बढ़ने लगा तो उसने बताया कि जब तक उसे रेलवे में नौकरी नहीं लग जाती है, तब तक वह सहारा इंडिया में नौकरी कर ले. पैसों के लेन-देन से लेकर हर मामले में गांव का ही सोनू उनके साथ रहता था. उसी के साथ सहारा इंडिया में साक्षात्कार देने के लिए सोनू के साथ सोमवार की सुबह घर से निकली थी. साक्षात्कार देने से पूर्व इनकम टैक्स गोलंबर स्थित साइबर कैफे में ममता गयी थी और वहां कुछ कागजात भी निकाले थे.
जमीन बेच कर लिये 14 लाख व लगाया सूद पर : परिजनों के मुताबिक ममता देवी को अपनी जमीन बेचने से 14 लाख मिले थे. उसने गांव के ही सोनू के कहने पर सूद पर पैसा लगाया था और उसके बाद फिर जमीन बेचने के बाद मिले पांच लाख रुपये को उपेंद्र को नौकरी के नाम पर दिया था.
पहली पत्नी के दामाद से भी जमीन को लेकर है विवाद : परिजनों के अनुसार ममता देवी की अपने पति की पहली पत्नी के दामाद से भी जमीन को लेकर विवाद है. दामाद हमेशा उस जमीन पर अपना हक जमाने के प्रयास में भी थे. पति की मौत के बाद ममता देवी ही जंदाहा में साढ़े चार बीघा जमीन की अकेली मालकिन थी. फिलहाल पुलिस पैसे के लेन-देन के साथ ही जमीन विवाद से भी मामले को जोड़ कर चल रही है.
बांस घाट पर कर दिया गया अंतिम संस्कार : घटना की जानकारी मिलने पर ममता देवी के चचेरे भाई रामनाथ चौधरी, बेटा अमन व आलोक पटना स्थित पीएमसीएच पहुंचे. जहां ममता देवी का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया. शव को जंदाहा ले जाने के बजाये उन लोगों ने बांसघाट पर अंतिम संस्कार कर दिया. बड़े बेटे अमन ने मुखाग्नि दी. पोस्टमार्टम के दौरान यह पता चला कि महिला के पेट में भी कई जगहों पर चाकू मारे गये थे.
पांच साल पहले हुई थी पति की मौत
ममता देवी के पति व पेशे से कृषक रामनाथ की मौत पांच साल पहले हार्टअटैक से हुई थी. ममता देवी उनकी दूसरी पत्नी थी. पहली पत्नी की भी मौत हो चुकी है. पहली पत्नी से तीन बेटियां हैं. तीनों की शादी हो चुकी है. ममता देवी की दो बेटी प्रीति व पूजा हैं और दो बेटा अमन और आलोक हैं. प्रीति व पूजा की उम्र 18 वर्ष हो चुकी है, जबकि दोनों बेटे अभी छोटे है.
बड़ी बेटी से हत्या के पूर्व हुई थी बात
परिजनों के मुताबिक ममता देवी की बात अपनी बड़ी बेटी प्रीति से सोमवार को पांच बजे शाम में हुई थी. उसने यह जानकारी दी थी कि साक्षात्कार के लिए सात बजे का समय दिया गया है, इसलिए वह पटना में रहनेवाले रिश्तेदार सूरज के आवास पर रात में रूक जायेगी और मंगलवार की सुबह घर लौटेगी. इसके बाद सात बजे जब बात हुई, तो सूरज ने फोन उठाया और फिर यह जानकारी दी गयी कि वह कार्यालय के अंदर साक्षात्कार देने गयी है. वह अंदर जा कर कैसे बता सकता है. इसके बाद आठ बजे रात्रि के बाद जब प्रीति ने फिर से फोन किया तो रिंग होता रहा, लेकिन किसी ने नहीं उठाया. इसके बाद मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ हो गया. जब बुद्धा कॉलोनी पुलिस उनके घर पर पहुंची तो सारी घटना की जानकारी मिली.