विधान परिषद में हंगामा, काम हुआ बाधित
पटना : रोहतास पुलिस फायरिंग पर विधान परिषद में सरकार व विपक्ष के बीच गतिरोध अब भी कायम है. गुरुवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही मुख्य विपक्षी दल भाजपा के सदस्यों ने एक बार फिर गोलीकांड की न्यायिक जांच और मृतकों के परिजनों को दस-दस लाख का मुआवजा देने की मांग के साथ ही सरकार पर एकपक्षीय कार्रवाई करने का आरोप लगाया. भाजपा के दो सदस्यों सत्येंद्र नारायण सिंह कुशवाहा व रजनीश कुमार ने कार्यस्थगन प्रस्ताव पेश किया, जिसे आसन ने नियमानुसार नहीं पाते हुए निरस्त कर दिया.
वेल में की नारेबाजी
प्रश्नकाल के बाद भाजपा सदस्य वेल में आ गये और नारेबाजी शुरू कर दी. ऐसे में आसन ने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक ढाई बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.
सभापति अवधेश नारायण सिंह ने भाजपा सदस्यों को यह मामला शून्यकाल के दौरान उठाने का नियमन दिया था, तब जाकर प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू हो सकी. लेकिन, प्रश्नकाल समाप्त होते ही भाजपा सदस्यों ने एक बार रोहतास पुलिस फायरिंग का मामला उठा दिया.
रोहतास में पीड़ित लोगों का हालचाल लेकर लौटे नेता प्रतिपक्ष सुशील कुमार मोदी और जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी के बीच इस मुद्दे पर करीब 15 मिनट तक बहस भी हुई. इस समय मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी सदन में मौजूद थे. मंत्री विजय कुमार चौधरी का कहना था कि सरकार ने सदन में अपना पक्ष रख दिया है. हम इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई कर रहे हैं.
उन्होंने मोदी द्वारा एकपक्षीय कार्रवाई किये जाने के आरोपों पर कहा कि यह तो भावनाएं भड़कानेवाला बयान है. मोदी का कहना था कि वहां सरकार ने एक ही पक्ष के लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की है, जबकि दूसरे पक्ष के किसी भी व्यक्ति को न तो नामजद किया गया और न ही उनकी गिरफ्तारी की गयी. इस पर गृह विभाग के प्रभारी मंत्री का कहना था कि दूसरे पक्ष के लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की गयी है. मोदी का तो यहां तक कहना था कि पुलिस की एसएलआर लूटने की बात भी भ्रामक है और उसकी बरामदगी की कहानी भी नहीं पचती. मोदी ने कहा कि सरकार रोहतास पुलिस फायरिंग की जांच से क्यों भाग भाग रही है.
थाने पर हमला हुआ, तो गोली पौन किमी दूर क्यों चली : मोदी
पटना : भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा कि रोहतास में जिस जगह पर गोली चली, वह थाने से पौन किमी दूरी पर है. ऐसे में पुलिस को यह बताना चाहिए कि जब थाने पर हमला हुआ, तो गोली वहां से पौन किमी दूर कैसे चली. घटनास्थल से लौट कर आये मोदी ने गुरुवार को अपने कक्ष में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि रोहतास में अब भी पुलिस फायरिंग को लेकर लोगों में भारी आक्रोश है. इलाके में तनाव और भय का माहौल बना हुआ है.
मोदी ने रोहतास में तनाव के जिम्मेवार दोनों युवकों और गुजरात में रहनेवाले उसके भाई के बीच फोन पर हुई बातचीत का सीडी भी संवाददाताओं को सुनाया. उन्होंने इस घटना में मारे गये लोगों के परिजनों को 10-10 लाख का मुआवजा और घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग दोहरायी.
श्री मोदी ने कहा कि जब इस घटना में दो युवकों के नाम सामने आये थे, तो पुलिस ने केवल एक के ही खिलाफ कार्रवाई क्यों की? उन्होंने कहा कि पुलिस के इस आचरण से इलाके के लोगों में जबरदस्त आक्रोश है.
सरकार ने उनकी सुध भी नहीं ली, जो पुलिस की गोली से घायल हुए हैं. उनके इलाज की भी कोई व्यवस्था नहीं की गयी. ऐसे सात लोगों का इलाज चंदा लेकर कराया जा रहा है. उनका कहना था जब पुलिस ने अजय के खिलाफ कार्रवाई की थी, तभी नियाज के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की. सीडी में हुई बातचीत में नियाज का गुजरात में रहनेवाला एक भाई अजय गुप्ता को गालियां दे रहा है और उसे धमकी भी दे रहा है. ऐसे में पुलिस ने नियाज व उसके भाई के खिलाफ मामला दर्ज क्यों नहीं किया? जबकि, अजय गुप्ता के खिलाफ पुलिस ने राजद्रोह का मामला दर्ज किया है.