ऑटो ड्राइवर की शक्ल में घूम रहे लुटेरे, बाइपास स्टैंड के पास ऑटो यात्री को पिस्टल सटाकर 11,900 की लूट

पटना : राजधानी में ऑटो ड्राइवर के शक्ल में लुटेरा गैंग घूम रहा है. अहले सुबह और रात में अगर आॅटो से कहीं जाना है तो अब सतर्क रहें, क्योंकि युवक सुमित कुमार के साथ जो हुआ वो किसी और यात्री के साथ हो सकता है. सुमित मीठापुर बाइपास से ऑटो पकड़ कर अशोक नगर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 27, 2019 4:06 AM

पटना : राजधानी में ऑटो ड्राइवर के शक्ल में लुटेरा गैंग घूम रहा है. अहले सुबह और रात में अगर आॅटो से कहीं जाना है तो अब सतर्क रहें, क्योंकि युवक सुमित कुमार के साथ जो हुआ वो किसी और यात्री के साथ हो सकता है. सुमित मीठापुर बाइपास से ऑटो पकड़ कर अशोक नगर अपने मामा के घर जा रहा था.

इस दौरान रास्तें में अपोलो हाॅस्पिटल के पास ऑटो ड्राइवर ने ऑटो रोक दिया और पहले से ऑटो में बैठे तीन लोगों ने सुमित को पिस्टल सटाकर उसका एटीएम कार्ड ले लिया. उसे डरा धमका कर उसका पिन कोड पूछ लिया और सोरगपुर के पास एचडीएफसी के एटीएम से 11,900 रुपये निकाल लिया.

पैसा निकालने तक उसे ऑटो में बंधक बनाया गया था. पैसा लेकर सभी अपराधी ऑटो से फरार हो गये. अपराधियों से लुट जाने के बाद सुमित जब थाने गया तो उसका आवेदन तो ले लिया गया लेकिन दो दिन बाद भी उसे रिसीविंग नहीं दी जा रही थी. उसे थाने से भगा दिया जा रहा था. पटना के पत्रकारों द्वारा जब इसकी शिकायत एसएसपी गरिमा मलिक से किया गया तो रविवार की शाम को केस दर्ज किया गया.
बाइपास पर अपाेलो हॉस्पिटल के सामने ऑटो यात्री सुमित कुमार लूट करने वाले तीन लोगों में दो लोग गिरफ्तार कर लिये गये हैं. इसमें राहुल कुमार निवासी इंदिरा नगर रोड नंबर- 7 और हिमांशु कुमार पोस्टल पार्क राम विलास चौक से पकड़ा गया है. हिमांशु यहां भाड़े पर रहता है. दरअसल यह गिरफ्तारी फोन नंबर को ट्रेस किये जाने के बाद हुई है.
लूट के दौरान सुमित ने मां को किया था फोन
सुमित का कहना है कि जब लुटेराें ने उसका एटीएम कार्ड ले लिया और पासवर्ड पूछा तो उसने पहले बहाना बनाया कि उसके पास पासवर्ड नहीं है मां से पूछना पड़ेगा. इस पर सुमित ने अपराधियों में से एक का मोबाइल फोन मांग कर अपने मां को फोन किया और बताया कि उसे अपराधियाें ने पकड़ लिया है और पैसा नहीं देने पर गोली मारने को कह रहे हैं. इसपर उसकी मां डर गयी और बोली की ठीक है बेटा पैसा दे दो. इसके बाद उसने डर के कारण पासवर्ड बता दिया. फिर उसे बंधक बनाकर रखा गया और एटीएम में जाकर पैसा निकाला गया और तब उसे छोड़ा गया.

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