रोहतास पुलिस फायरिंग पर सरकार का जवाब, भाजपा का वाकआउट
पटना : रोहतास पुलिस फायरिंग पर राज्य सरकार ने शुक्रवार को विधान परिषद में जवाब दिया. गृह विभाग के प्रभारी मंत्री के रूप में अपना जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी जवाब दे रहे थे, तब भाजपा के सदस्यों ने वाकआउट किया. मंत्री ने कहा कि जब अनियंत्रित भीड़ ने थाने पर हमला कर दिया, पुलिसकर्मियों पर पथराव होने लगे और मालखाने को लूटने का प्रयास किया गया, तब पुलिस को आत्मरक्षार्थ गोलियां चलानी पड़ीं. फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गयी.
इस संबंध में सरकार ने रोहतास के डीएम व एसपी से विस्तृत जांच रिपोर्ट तलब की है. सभापति के निर्देश पर जब प्रभारी मंत्री ने जवाब देना शुरू किया, तो भाजपा सदस्यों ने इसका विरोध किया. भाजपा के मंगल पांडेय, हरेंद्र प्रताप पांडेय व नवल किशोर यादव का कहना था कि जब सदन में इस मुद्दे पर कोई बहस ही नहीं हुई है, तब सरकार का जवाब कैसे आ गया. इस मुद्दे पर करीब 20 मिनट तक गतिरोध बना रहा.
विपक्ष का कहना था कि फायरिंग में दो ऐसे लोगों की मौत हुई है, जो दलित व पिछड़े वर्ग से आते हैं. जबकि सत्ता पक्ष का कहना था कि आसन को यह अधिकार है कि वह किसी भी मुद्दे पर सरकार को वक्तव्य देने को बाध्य कर सकता है. प्रभारी मंत्री ने कहा कि भीड़ ने थाने से दो एसएलआर व 31 गोलियां लूट लीं. पुलिस व प्रशासन की कई गाड़ियों को भीड़ ने फूंक दिया या बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया. बाद में पुलिस ने एक एसएलआर बरामद कर ली है, जबकि दूसरी की तलाश की जा रही है.
घटना के तत्काल बाद थाने से सभी पुलिसकर्मियों को हटा दिया गया और वहां नये अधिकारियों व पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है. इस घटना में अजय साह नामक जिस व्यक्ति की पुलिस पिटाई का आरोप लगाया जा रहा है, उसकी मेडिकल जांच भी करायी गयी है, जिसमें केवल उसकी जांघ में चोट के निशान हैं. फिलहाल रोहतास में रैपिड एक्शन फोर्स की तीन कंपनियों को तैनात किया गया है. स्थिति नियंत्रण में है और विशेष निगरानी बरती जा रही है.