मठ का महंत रामरतन दास गिरफ्तार

अपराधी राजतिलक व विवेक फरार मोतिहारी/डुमरियाघाट : रामपुरवा मठ के महंत रामरतन दास ने एक व्यक्ति की हत्या करने के लिए अपराधियों को बुलाया था. मठ परिसर से हथियार के साथ गिरफ्तार अपराधी राकेश के खुलासे पर पुलिस ने महंत रामरतन दास को भी गिरफ्तार कर लिया है. राकेश पिपराकोठी के मकड़ी महुआवा का और […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 14, 2019 1:46 AM

अपराधी राजतिलक व विवेक फरार

मोतिहारी/डुमरियाघाट : रामपुरवा मठ के महंत रामरतन दास ने एक व्यक्ति की हत्या करने के लिए अपराधियों को बुलाया था. मठ परिसर से हथियार के साथ गिरफ्तार अपराधी राकेश के खुलासे पर पुलिस ने महंत रामरतन दास को भी गिरफ्तार कर लिया है.

राकेश पिपराकोठी के मकड़ी महुआवा का और महंत रामपुर खजुरिया का रहने वाला है. राकेश के पास से एक देसी पिस्टल, एक कारतूस व मोबाइल बरामद हुए हैं. थानाध्यक्ष अभिनव कुमार दुबे ने बताया कि महंत के बुलाने पर राकेश के साथ पीपरा तजेयापुर का शातिर राजतिलक सिंह, मकड़ी महुआवा का विवेक सिंह उसके पास गया था. पुलिस की गश्ती टीम मठ से होकर गुजरी, तो अपराधियों ने भागने की कोशिश की. लेकिन पुलिस ने खदेड़ कर राकेश को पकड़ लिया.

वहीं, राजतिलक व विवेक भागने में सफल रहे. दोनों की गिरफ्तारी के लिए उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. पूछताछ में राकेश ने कई आपराधिक घटनाओं का खुलासा करते हुए संलिप्तता स्वीकारी है. साथ ही अपने अन्य साथियों के नामों का खुलासा किया है. महंत ने अपराधियों के साथ मिल किसकी हत्या की प्लानिंग की थी, पुलिस इस बात को सार्वजनिक नहीं कर रही है. थानाध्यक्ष ने बताया कि पूछताछ के बाद शातिर राकेश व महंथ रामरतन दास को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. छापेमारी में थानाध्यक्ष के साथ जमादार अनमोल कुमार शामिल थे.

पीपराकोठी के मझरिया में 11 अप्रैल को भारत फाइनेंस कंपनी के कर्मी से 17 हजार कैश व मोबाइल लूट की घटना को राकेश व उसके साथियों ने मिलकर अंजाम दिया था. राकेश ने बताया कि लूटकांड में उसके साथ राजतिलक, पिपराकोठी मझरिया का साधु सहनी, मकड़ी महुआवा के विवेक कुमार भी थे. साधु की पहचान होने पर फायरिंग कर सभी फरार हो गये थे. पिपराकोठी थाना में अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज है.

राकेश व राजतिलक का आपराधिक इतिहास रहा है. राकेश लूट की बाइक व हथियार के साथ वर्ष 2018 में पकड़ा गया था. उसमें वह जेल भी गया था. वहीं राजतिलक पर जिले के विभिन्न थाने में लूट, हत्या व रंगदारी के आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज है. जेल से जमानत पर छूटने के बाद उसने बंजरिया शंकर ढाबा पर पिछले महीने नमस्ते बिहार बस के मालिक मिंटू सिंह पर कातिलाना हमला किया था. कुणाल सिंह के जेल जाने के बाद मुजफ्फरपुर के शातिर चुन्नू ठाकुर के लिए काम करने लगा है.

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