वैशाली: राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने एक बार फिर मंडलवाद की राजनीति की ओर लौटने और जद यू से चुनावी तालमेल के संकेत दिये हैं. शनिवार को यहां शुरू हुए दोदिवसीय राजद कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर में लालू ने कहा, मंडल कमीशन ही हमारी ताकत है. उसे राजद कार्यकर्ताओं को अपनाने की जरूरत है. उन्होंने कहा, अगर लोकसभा चुनाव में राजद और जद यू दोनों को मिले वोट को जोड़ दिया जाये, तो यह 45 फीसदी तक पहुंच जायेगा जो
भाजपा को हराने के लिए पर्याप्त होगा. हालांकि इस पर आगे बैठ कर विचार-विमर्श होगा. मौजूदा राजनैतिक परिदृश्य में ‘मंडल’ सामाजिक न्याय के सिद्धांत से जुड़ी पार्टियों को एकजुट होना होगा.
राजद को लोकसभा चुनाव में एक करोड़ साठ लाख वोट मिले हैं. पार्टी के एक उम्मीदवार की जमानत जब्त हुई, जबकि जदयू के 27 उम्मीदवार अपनी जमानत नहीं बचा पाये. आनेवाले विधानसभा चुनाव में जुट जाने की अपील करते हुए कहा कि रोने से काम नहीं चलेगा. आग खुद नहीं लगती माचिस की तिल्ली से आग पैदा होती है.
उन्होंने संगठन की मजबूती पर चर्चा करते हुए कहा कि समय आ गया है कि पार्टी की भलाई के लिए इसके अधिकारी और पदाधिकारी इस्तीफा दें, जिससे गरीब वंचित समाज के लोग पार्टी में स्थान बना सकें. उन्होंने कहा कि वे उनकी गाड़ी के आगे पीछे न चलें बल्कि गरीबों के घर जायें और उनकी सेवा करें. बरसात के बाद अगस्त से राज्यव्यापी व राष्ट्रव्यापी आंदोलन किया जायेगा.
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा, पहले हुआ रेल तब हुआ तेल, यही है भाजपा का खेल. लगातार भाजपा महंगाई बढ़ा रही है. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि अभी जो वर्तमान स्थिति है उसमें रैली, सभा और धरना प्रदर्शन से अधिक की आवश्यकता है, जिसके लिए कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने की जरूरत है. युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष शिव चंद्र राम ने कहा कि लालू ही एक ऐसे नेता हैं, जो गरीबों, शोषितों और पिछड़ों की बात सुनते हैं. कार्यक्रम के पूर्व लालू ने पार्टी का झंडोत्ताेलन किया और इसके बाद युवा राजद और छात्र राजद ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया. इस अवसर पर मुंद्रिका सिंह यादव, रघुनाथ झा, जय प्रकाश नारायण यादव , बल्लो मंडल उर्फ शैलेश कुमार, पूर्व सांसद कांति सिंह, प्रभु नाथ सिंह, कृष्णा यादव, तेज प्रताप, राम देव भंडारी, प्रदेश प्रवक्ता रण विजय साहु, ब्रज किशोर सिंह, पूर्व मंत्री बसावन भगत समेत स्थानीय नेता पीके चौधरी, प्रदेश महासचिव इ रवींद्र कुमार सिंह युवा राजद जिलाध्यक्ष संजय पटेल, रामाशीष राय, अरविंद सहनी, रणविजय यादव, गुड्डू यादव, हरेंद्र राय समेत कई लोग उपस्थित थे.
मंडल कमीशन ने बदली थी राजनीति
बिहार में 90 के दशक में सरकारी नौकरियों में ओबीसी के लिए आरक्षण वाले मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू करने के बाद राजनीति तेजी से बदली थी. मंडल समर्थक ताकतों ने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया था. लालू के नेतृत्व में 1990 में जनता दल सत्ता में आया और जनता दल से अलग होकर बना राजद 2005 तक सत्ता में रहा.
नीतीश की दिल्ली में आज वाम नेताओं से भेंट
पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को अपने दिल्ली प्रवास में वाम दलों के नेताओं से मुलाकात करेंगे. उनकी भाकपा नेता एबी बर्धन, माकपा नेता सीताराम येचुरी व प्रकाश करात से भेंट होगी. इनके अलावा सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव समेत अन्य क्षेत्रीय दलों के नेताओं के साथ भी मिलने का कार्यक्रम है.