पटना: अगले साल से हर घर गंगा जल पहुंचाने की नगर निगम की योजना है. यह निर्णय मंगलवार को नगर निगम बोर्ड की बैठक में लिया गया. मेयर के प्रस्ताव पर बुडको के एमडी अनुपम कुमार सुमन ने कहा कि पटना जलापूर्ति योजना देश की सबसे बड़ी योजना है. यह 548 करोड़ रुपये की है. योजना पर 50 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार और 50 प्रतिशत राशि राज्य सरकार खर्च करेगी. इससे शहर में 24 घंटे पानी मिलेगा.
हर वार्ड में जलमीनार
नगर निगम के 72 वार्डो में जलमीनार बनाने की योजना है. इसको लेकर अधिकतर वार्डो में जगह नहीं मिली है. एमडी ने कहा कि वार्डो में जलमीनार के लिए चयनित स्थान पर विभागीय विवाद है. इस विवाद को छोड़ अब जलापूर्ति पाइप बिछाने का काम शीघ्र शुरू किया जायेगा. अगले साल से सुबह-शाम घर-घर गंगा जल पहुंचेगा. सीवरेज प्रोजेक्ट के साथ-साथ गंगा नदी तट विकास परियोजना की भी समीक्षा हुई. इसको लेकर बुडको एमडी ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से निगम क्षेत्र की जलापूर्ति,सीवरेज और गंगा नदी तट विकास प्रोजेक्ट की विस्तृत जानकारी रखी. बैठक निर्धारित समय से आधे घंटा विलंब से शुरू हुई. मेयर ने कहा कि योजना बिहार अरबन इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड (बुडको) पूरा कर रहा है.
वार्ड पार्षद दीपक कुमार चौरसिया, मो महमूद कुरैशी और बलराम चौधरी ने पूछा कि जगह उपलब्ध करने के बावजूद जलमीनार नहीं बनी है. पाइपलाइन भी नहीं बिछी है. इस स्थिति में कैसे अगले वर्ष तक पानी पहुंचेगा. बुडको एमडी ने कहा कि जलमीनार बनने के बाद ही पाइप बिछाने का काम शुरू किया जाना था. निगम क्षेत्र में 15 सौ किमी पाइप बिछाया जाना है, लेकिन अब तक मात्र 160 किमी ही बिछा है. इसे अप्रैल,2015 तक हर हाल में पूरा कर लिया जायेगा. इस पर बोर्ड ने पाइपलाइन बिछाने की अनुमति दी. सभी वार्डो दो-दो चापाकल लगाने की योजना को भी स्वीकृति दी गयी.