नयी सरकार से बिहार की जनता को काफी उम्मीदें
पटना : चुनाव प्रचार के दौरान सूबे की अपनी लगभग सभी रैलियों में बतौर एनडीए की ओर से पीएम पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ने कहा था, ‘हमारी सरकार पूर्वी इलाके के विकास का विशेष ध्यान रखेगी, ताकि पश्चिमी राज्यों के बराबर आ सके’. सूबाई सरकार के साथ ही तब की केंद्र की सरकार को बिहार की दुर्दशा के लिए कोसने वाले मोदी ने अपनी हर रैली में स्थानीय व क्षेत्रीय समस्याओं को उठाकर जनता की दुखती नब्ज पर हाथ रखा था. नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान सूबे के लोगों को जो ख्वाब दिखाए थे, उनको जमीनी शक्ल देने की उलटी गिनती शुरू हो गयी है.
आज वे प्रधानमंत्री पद का शपथ ले रहे हैं. अब हर मर्ज के इलाज की उम्मीद बांधे सूबे की जनता की नजर, मोदी के वायदों को धरातल पर उतरता देखने को उत्सुक है. मोदी ने सूबे को विशेष पैकेज देने से लेकर, युवाओं को रोजगार, किसानों को खुशहाली, क्षेत्रवार समस्याओं तक को दूर करने जैसे वादे किया था.
03 मार्च 2014 (मुजफ्फरपुर)
2012 में बिहार के आठ लाख 50 हजार लोगों ने बेरोजगार के दफ्तर में नाम रजिस्टर करवाया. विकास के साथ रोजगार के नये अवसर भाजपा की नयी सरकार उपलब्ध करायेगी. चीनी मिलें बंद हैं. एक बार कमल आया तो मखाना नहीं लक्ष्मी आकर बैठने लगेगी. 90 फीसदी मखाना इसी क्षेत्र से आता है.
27 मार्च, 2014 (सासाराम)
धान की खरीद के लिए मशीनरी और बिजली आपूर्ति को सुनिश्चित करने से ही बिहार की तरक्की तेज होगी. जगजीवन राम के समय में शिलान्यास के बाद दुर्गावती जलाशय का काम आज तक पूरा नहीं हुआ.
10 अप्रैल, 2014 (जहानाबाद)
बुनियादी ढांचे पर पूरा ध्यान देकर जहानाबाद क्षेत्र भी गया से आने वाले पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर सकता है.
15 अप्रैल, 2014 (भागलपुर)
मैं नौजवानों की किस्मत बदल दूंगा. रेशम उद्योग और बुनकरों की बेहतरी के लिए टेक्सटाइल हब बनाने की जरुरत है. आज बुनकरों की स्थिति काफी बदहाल है. भाजपा की सरकार बनी, तो बदहाली को दूर किया जाएगा.
07 मई, 2014 (बेतिया)
आपके प्यार को विकास के रूप में लौटा दूंगा. भाजपा की सरकार बनने पर किसानों को पैदावार की लागत पर 50 फीसदी मुनाफे के साथ समर्थन मूल्य दिया जाएगा.
27 मार्च, 2014 (गया)
उत्तर कोयल नहर परियोजना पर 1975 में काम शुरु हुआ था, लेकिन चार दशकों में भी परियोजना अधूरी है. आतंकी हमले के बाद पर्यटकों के कम आने के कारण लोगों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट है. इसलिए आतंक को मिटाने कासंकल्प लेना होगा.
02 अप्रैल 2014 (बक्सर)
अटल बिहारी वाजपेयी ने नदियों को जोड़ने का सपना देखा था, पर कांग्रेस शासन के अधीन उस पर कुछ भी नहीं हुआ. भाजपा के 2014 में सत्ता में आने के साथ ही इस मोर्चे पर भी तेजी आयेगी.
10 अप्रैल 2014 (पटना, विक्रम)
दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी तो बिहार को विशेष पैकेज मिलेगा. गुजरात के लोग सरस्वती के लिए तरसते हैं और बिहार के लोग लक्ष्मी के लिए, अगर दोनों मिल जाएं तो क्या होगा.
24 अप्रैल, 2014 (सहरसा)
कोसी के विकास का जो सपना वाजपेयी जी ने देखा और परियोजनाएं शुरु की उसे नयी सरकार प्राथमिकता के आधार पर पूरा करेगी. निर्मली में रेल महासेतु समेत कोसी में लंबित अन्य परियोजनाएं नयी सरकार की प्राथमिकता में शामिल होंगी. बगैर जल प्रबंधन किये बाढ़ की समस्या का स्थायी निदान नहीं हो सकता.
09 मई 2014 (सीवान)
हमारी सरकार प्रधानमंत्री ग्राम समग्र सिंचाई योजना जैसी नीतियां लाकर किसानों को खुशहाल बनायेगी.