पटना: बच्चों की किलकारियां हर घर में गूंजे, इसके लिए गोद लेने की राह आसान बनायी गयी है. नि:संतान दंपतियों की सुविधा के लिए अब प्रत्येक प्रमंडल में गोद लेनेवाली एजेंसी खोली जायेगी. इसका संचालन एनजीओ द्वारा किया जायेगा. सभी प्रमंडलों के लिए चयनित एजेंसियों का इंस्पेक्शन कर उन्हें जुलाई तक शुरू करने की योजना है.
राज्य स्तर पर समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित दत्तक ग्रहण संसाधन केंद्र के जरिये नि:संतान दंपति बच्चे को गोद ले सकते हैं. फिलहाल राजधानी समेत पूरे सूबे में महज तीन निबंधित एजेंसी ही कार्यरत है. इससे दूसरे जिलों की गोद लेनेवाली दंपतियों को काफी दिक्कत होती थी. उन्हें इसके लिए अन्य जिलों में कार्यरत एजेंसियों की मदद लेनी पड़ती थी. प्रमंडल वाइज एजेंसी की सुविधा होने से वैसी दंपतियों को राहत मिलेगी.
क्या कहते हैं अधिकारी : इस संबंध में भागलपुर स्थित रामानंदी देवी हिंदू अनाथालय के अधीक्षक दिवाकर चौधरी कहते हैं कि ज्यादातर एजेंसियों में लड़कियों की संख्या अधिक होती है. आज भी ज्यादातर लोग बेटे को गोद लेना चाहते हैं. जब लड़के नहीं मिलते हैं, तब वैसी परिस्थिति में लोग बेटियों को गोद लेते हैं. उधर राज्य दत्तक ग्रहण संसाधन केंद्र के प्रोग्राम ऑफिसर विवेक रंजन कहते हैं कि एजेंसी द्वारा कोई भी दंपती कानूनी प्रक्रिया के तहत बच्चा गोद ले सकती है. जागरूकता नहीं रहने के कारण लोग गलत तरीके से बच्चे गोद ले लेते हैं, जिसका खामियाजा दोनों को भुगतना पड़ता है. इसे सुदृढ़ करने के लिए ही प्रमंडल स्तर पर एजेंसी की व्यवस्था की जा रही है, जहां से आसानी से कोई भी दंपती बच्च गोद ले सके.