रिश्ते का खून : पारिवारिक विवाद के कारण दिया घटना को अंजाम
पांच सदस्यों की एक साथ मौत से गांव में कोहराम
सूर्यगढ़ा (लखीसराय) : माणिकपुर ओपी क्षेत्र लक्ष्मीपुर गांव में पंकज महतो ने पारिवारिक विवाद के कारण पहले पत्नी एवं तीन पुत्रों छह वर्षीय प्रियांशु, चार साल के प्रिंस तथा तीन वर्ष के विक्की की गला घोंट कर हत्या कर खुद फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली. घटना रविवार रात की है. परिजनों को इसकी जानकारी सोमवार की सुबह हुई.
लक्ष्मीपुर गांव के रहनेवाले रंजीत महतो के पुत्र पंकज अपने दो भाइयों हरेराम महतो एवं लालू महतो के साथ रोहतक में मजदूरी करते था. दोनों अलग मकान में रहते हैं. उन्हीं के साथ मृतक की मां फुलेश्वरी देवी भी रहती है. जिस घर में घटना हुई वहां केवल पंकज का परिवार रहता था. पंकज की साली तथा मृतका अर्चना देवी की बहन काजल कुमारी भी तीन-चार वर्षों से अपनी बहन के यहां ही रह कर पढ़ाई करती है. पंकज पांच दिन पूर्व ही 22 मई को रोहतक से घर आया था. घटना की रात साली दूसरे घर पर सोयी थी. काजल ने बताया कि सुबह जब वह स्कूल जाने के लिए दूसरे घर से अपनी बहन अर्चना के घर आयी तो दरवाजा अंदर से बंद था. काफी देर तक दरवाजा नहीं खोला, तो दीवार फांद कर किसी तरह घर में पहुंची, जहां दृश्य हृदय विदारक था. घर के आंगन में दक्षिण दिशा में पानी के छोटे से सोख्ते में बहन अर्चना की लाश पड़ी थी. कमरे की दक्षिण दिशा में पंकज का शव ऊपर सिलिंग से लटक रहा था. पलंग पर तीनों बच्चे मृत पड़े थे.
पटना जानेवाला था पंकज महतो
मृतक की मां ने बताया कि पंकज तीन-चार दिन बाद पटना जाने की बात कह रहा था. पूर्व से पति-पत्नी के बीच किसी तरह को कोई विवाद नहीं था. मामले को लेकर सर्किल पुलिस इंस्पेक्टर नीरज कुमार ने बताया प्रथम दृष्टया मामला पारिवारिक विवाद का लगता है. पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर छानबीन कर रही है. पहले पति ने अपनी पत्नी और बच्चों की गला दबा कर हत्या कर दी, फिर उसने सिलिंग से लटक कर अपनी जान दे दी. इधर, घटना की जानकारी मिलते ही एसडीपीओ मनीष कुमार ने भी घटनास्थल पहुंच कर मामले की जानकारी ली.