नीतीश के काम को ही आगे बढ़ाऊंगा : मांझी
पटना : जदयू विधायक दल के नेता जीतन राम मांझी ने मंगलवार की शाम पांच बजे राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. राज्यपाल डॉ डीवाइ पाटील ने राजभवन के राजेंद्र मंडपम सभागार में उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी. मुख्यमंत्री के साथ 17 कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली, जिनमें दुलालचंद गोस्वामी व विनय बिहारी दो नये चेहरे हैं.
शपथ ग्रहण के बाद श्री मांझी ने कहा कि नीतीश सरकार की ओर से शुरू की गयी सभी विकास योजनाओं को गति देना पहली प्राथमिकता होगी. बिहार की पहचान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने जिन कार्यों को अपने हाथ में लिया था, उन्हें पूरा करूंगा. एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बनेंगे, तब मैं उन्हें बधाई दूंगा. शपथ ग्रहण के तत्काल बाद जीतन राम मांझी 1, अणे मार्ग गये, जहां उन्होंने निवर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से विचार-विमर्श किया. इसके बाद वह मुख्य सचिवालय पहुंचे और अपने कक्ष में मुख्य सचिव व डीजीपी समेत अन्य अधिकारियों के साथ राज्य की ताजा स्थिति की समीक्षा की. शाम सात बजे कैबिनेट की पहली बैठक हुई, जिसमें को विधानसभा की विशेष बैठक बुलाने का निर्णय लिया गया. इस बैठक में मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी विश्वास मत हासिल करेंगे.
शाम 4:55 बजे में निवर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जीतन राम मांझी शपथ ग्रहण समारोह स्थल पर पहुंचे. पांच बजे राज्यपाल के पहुंचने के बाद शपथ ग्रहण समारोह शुरू हुआ. मुख्य सचिव अशोक कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री की नियुक्ति से संबंधित राज्यपाल का आदेश पढ़ कर सुनाया और उनकी अनुमति से मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए जीतन राम मांझी का नाम पुकारा. धोती- कुरता व काले रंग की बंडी पहने जीतन राम मांझी ने हिंदी में शपथ ली. उनके बाद विजय कुमार चौधरी, विजेंद्र प्रसाद यादव और नरेंद्र सिंह समेत 17 मंत्रियों को शपथ दिलायी गयी. पहली बार मंत्री बने दुलाल चंद गोस्वामी और विनय बिहारी निर्दलीय विधायक हैं. शपथ ग्रहण में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह भी मौजूद थे.
* मंत्रियों में दुलाल व विनय नये चेहरे
विजय चौधरी, विजेंद्र यादव, नरेंद्र सिंह, वृशिण पटेल, रमई राम, डॉ भीम सिंह, दामोदर रावत, नरेंद्र ना यादव, पीके शाही, शाहिद अली खान, श्याम रजक, नीतीश मिश्रा, अवधेश कुशवाहा, गौतम सिंह, लेसी सिंह, दुलाल चंद गोस्वामी व विनय बिहारी.
* मुख्यमंत्री के जिम्मे 15 विभाग
जीतन राम मांझी (मुख्यमंत्री): सामान्य प्रशासन, कैबिनेट, गृह, वित्त,वाणिज्यकर
: निगरानी, पथ निर्माण, स्वास्थ्य, वन एवं पर्यावरण,निर्वाचन, खान एवं भूतत्व
: पीएचइडी, अनुसूचित जाति और जन जाति कल्याण,पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण
: नगर विकास, पशु एवं मत्स्य संसाधन, सहकारिता,
: पर्यटन और ऐसे सभी विभाग जो किसी मंत्री को आवंटित नहीं हैं.
* 05:06 बजते ही पूर्व मुख्यमंत्री हो गये नीतीश
घड़ी की सूई पांच बज कर छह मिनट पर पहुंची और नीतीश कुमार पूर्व मुख्यमंत्री हो गये. राजभवन में ठीक पांच बजे शपथ ग्रहण समारोह आरंभ हुआ. पांच बज कर तीन मिनट पर कैबिनेट सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री पद की शपथ के लिए आमंत्रित किया. दो मिनट लगे शपथ ग्रहण करने में. इसके पहले जब नीतीश कुमार आये, तो उन्होंने सबका अभिवादन किया. शपथ ग्रहण के बाद जब उपस्थित विधायक-मंत्री बाहर निकले, तो नीतीश कुमार जिंदाबाद के नारे लगे. इसके बाद वे 1, अणे मार्ग की ओर रवाना हो गये.
* सुरक्षा में 60 फीसदी कटौती : पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में 60 फीसदी तक की कटौती होगी. उनकी सुरक्षा में बिहार पुलिस के स्पेशल सिक्युरिटी ग्रुप (एसएसजी) के 150 अधिकारी और जवान लगाये गये हैं. इनमें साठ प्रतिशत की कटौती होने के बाद अब केवल 60 पुलिस अधिकारियों व जवानों को लगाया जायेगा. राज्य पुलिस मुख्यालय के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नीतीश कुमार के नये सरकारी आवास 7, स्ट्रैंड रोड को सुरक्षा की दृष्टि से तैयार किया जा रहा है.
जवानों के रहने के लिए भी बैरक का निर्माण किया जा रहा है. चहारदीवारी को भी ऊंचा किया जायेगा. शपथ के बाद बाहर निकलते ही नये मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को एसएसजी के अधिकारियों और जवानों ने अपने घेरे में ले लिया. साथ ही श्री मांझी के पुराने सरकारी आवास की सुरक्षा भी बढ़ा दी गयी है.
* स्वभाव से मिलनसार व काम में सख्त
अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री के रूप में जीतन राम मांझी का कार्यकाल शानदार रहा है. उनके मुख्यमंत्री बनने से विभाग के अधिकारियों के साथ ही कर्मचारी भी गौरव महसूस कर रहे हैं. विभागीय अधिकारियों ने इनके कार्यकाल में हुए कई महत्वपूर्ण कार्यों के बारे में बताते हुए कहा कि वे काफी मिलनसार व्यक्ति हैं. कभी अधिकारियों पर कोई कार्य थोपते नहीं थे.
विचार-विमर्श से कार्य का संपादन करना इनकी खासियत है. 2008 में मंत्री बनने के बाद लगातार इसी विभाग में मंत्री रहे और अतिरिक्त प्रभार के रूप में अतिपिछड़ा-पिछड़ा कल्याण विभाग का प्रभार रहा. सबसे पहले इन्होंने महादलित विकास मिशन के दो कमरों में चलनेवाले कार्यालय को संवाद कक्ष के बगल में बड़ा कार्यालय दिलाया.
इनके कार्यकाल में ही अनुसूचित जाति आयोग और अनुसूचित जनजाति आयोग का गठन हुआ. अजा-अजजा अत्याचार अधिनियम को इन्होंने सख्ती से पालन शुरू करवाया. इसकी राज्यस्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक नियमित कराने की पहल कर वादों की सुनवाई में तेजी लायी. अत्याचार मामलों में किसी गड़बड़ी को रोकने के लिए कॉल सेंटर शुरू करवाया.
* अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग का गठन
* अत्याचार मामलों की गड़बड़ी को रोकने के लिए कॉल सेंटर
* अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण विभाग का बजट एक सौ करोड़ से एक हजार करोड़ व पिछड़ा और अतिपिछड़ा कल्याण विभाग का एक सौ करोड़ से बढ़ा कर एक हजार करोड़ करवाया
* मुजफ्फरपुर, गया, सारण व भागलपुर में विशेष कोचिंग केंद्र की स्थापना
* सभी जिलों में अजा-अजजा के लिए एक-एक थाने की स्थापना
* पटना, गया, बेगूसराय, भागलपुर व मुजफ्फरपुर में विशेष कोर्ट का गठन
– नदारद रहे विपक्ष के कद्दावर नेता
जीतन राम मांझी जब राजभवन में बिहार के 23वें मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण कर रहे थे तब विपक्ष के सभी कद्दावर नेता वहां से नदारद थे. शपथ ग्रहण समारोह में न तो बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नंदकिशोर यादव थे और न ही बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सुशील कुमार मोदी ही इस समारोह में मौजूद थे. इस समारोह से पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार विधान परिषद की सदस्य राबड़ी देवी भी दूर रहीं.
राजभवन के राजेंद्र मंडपम में आयोजित इस शपथ ग्रहण समारोह में नये मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पहुंचे थे. हालांकि इस समारोह में भाजपा के कुछ नेता जरूर दिखे. बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों के नेता प्रतिपक्ष के वहां मौजूद नहीं रहने के संबंध में पूछे जाने पर भाजपा के एक नेता ने कहा कि सुशील कुमार मोदी, नंद किशोर यादव समेत कई अन्य नेता मंगलवार को दिल्ली के संसद भवन में एनडीए संसदीय दल की बैठक में भाग लेने गये हैं.
शपथ ग्रहण समारोह में नये मुख्यमंत्री के परिवार के कई सदस्य भी थे. इनमें पत्नी शांति देवी, पुत्री पूनम कुमारी, रुबी कुमारी, प्रमिला कुमारी, सुनयना देवी और प्रभा कुमारी आदि शामिल थे. उनके साथ मुख्यमंत्री के नाती-पोते भी थे. नये मुख्यमंत्री का परिवार चार वाहनों से राजभवन पहुंचा था.
* सीटें कम पड़ीं, खड़े रहे तीन विधायक
पटना. नये मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के शपथग्रहण समारोह में इतनी भीड़ उमड़ी की राजेंद्र मंडपम की सीटें भी कम पड़ गयी. समारोह को देखने के लिए विशिष्ट अतिथियों और मीडिया की इतनी भीड़ उमड़ी की तीन विधायकों को खड़े होकर समारोह देखना पड़ा. जदयू के विधायक राहुल शर्मा को भी खड़ा होकर ही समारोह देखा. इसके अलावा विधायक अख्तरूल ईस्लाम शाहीन व फैयाज अहमद को भी मंडपम में बैठने को सीट नहीं मिली.
* मंत्री विनय बिहारी ने सुनाया गाना
शपथ ग्रहण के बाद मीडियाकर्मियों ने नव निर्वाचित कला संस्कृति मंत्री विनय बिहारी को घेर लिया. उनसे पूछा कि आपने नरेंद्र मोदी के लिए गाना लिखा है. उन्होंने बताया कि नरेन्द्र मोदी के लिए तो दो-तीन गीत जबकि मुलायम सिंह यादव, राम विलास पासवान सहित कई नेताओं के लिए गीत लिखे हैं. बोले, निर्दलीय विधायक बनने के दूसरे ही दिन जदयू की सदस्यता ले ली थी. ऐसे में गीत लिखने को राजनीति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.
* बदले लुक में पहुंचे देवेश चंद्र ठाकुर
विधान परिषद के निर्दलीय विधायक देवेश चंद्र ठाकुर ने नव निर्वाचित मुख्यमंत्री के शपथग्रहण समारोह में नये लुक में पहुंचे. उनके नये लुक को देखकर पत्रकारों ने आवाज दी. यह क्या? श्री ठाकुर ने सफेद कुरता पायजामा की जगह सफारी सुट पहने थे. उनके माथे पर नेपाली टोपी थी. पत्रकारों ने पूछा तो कहा कि अब नया अंदाज है.