पटना: सूबे में शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर लगनेवाले कैंप में इस बार भी टीइटी और एसटीइटी पास अभ्यर्थी ही नियोजित हो सकेंगे. नियोजन पत्र लेने से पहले अभ्यर्थियों को टीइटी और एसटीइटी का मूल प्रमाणपत्र जमा करना होगा.
पंचायत शिक्षक (क्लास एक से पांच) के लिए प्रशिक्षित होना जरूरी नहीं है. इस पद पर टीइटी के प्राप्तांक के आधार पर नियोजन होना है, जबकि प्रखंड शिक्षक (क्लास छह से आठ) के लिए प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जायेगी. पिछली बार कैंप के बाद भी प्रारंभिक स्कूलों के कई कोटि के पद खाली रह गये थे.
इसके बाद इसमें दूसरी कोटि के अभ्यर्थियों को मौका देने की मांग हो रही है. वहीं एसटीइटी पास अनट्रेंड सामान्य व पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को भी हाइ व प्लस टू स्कूलों में नियोजित करने की मांग हो रही है.
एसटीइटी पास सामान्य व पिछड़ा वर्ग के अनट्रेंड अभ्यर्थियों को भी मौका देने की मांग फिलहाल राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के निर्देश पर हाइ व प्लस टू स्कूलों में सिर्फ एससी, एसटी व अति पिछड़ा के अनट्रेंड अभ्यर्थियों को नियोजित किया जा रहा है. सामान्य और पिछड़ा वर्ग एसटीइटी पास अनट्रेंड अभ्यर्थियों को मौका नहीं दिया जा रहा है.
जनवरी-फरवरी में लगे कैंप में ऐसे अभ्यर्थियों ने हंगामा किया था. इसके बाद शिक्षा विभाग ने ट्रेनिंग कॉलेजों की कमी को कारण बताते हुए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद से प्लस टू व हाइस्कूलों के नियोजन में एसटीइटी पास सामान्य व पिछड़ा वर्ग के अनट्रेंड अभ्यर्थियों को भी मौका देने की मांग की है. इसके अलावा इस साल से ट्रेनिंग कॉलेजों में भी टीइटी व एसटीइटी पास अनट्रेंड अभ्यर्थियों के नामांकन का भी प्रावधान किया गया है. इनका नामांकन टीइटी व एसटीइटी में आये प्राप्तांक के आधार पर होगा. जब ये अनट्रेंड अभ्यर्थी पास हो जायेंगे,तब उन्हें नियुक्ति पत्र देने में आसानी होगी.