भागलपुर : एनटीपीसी, कांटी के डीजीएम नरेश प्रसाद साह के लापता पुत्र आशुतोष कुमार का अब तक सुराग नहीं है. रविवार को पटना के राजाबाजार से परिजनों को आशुतोष की स्कूटी मिली. स्कूटी लॉक थी. रात भर राहुल नामक एक व्यक्ति ने आशुतोष को राजाबाजार इलाके में अपने पास रखा था. राहुल ने ही आशुतोष के मिलने की सूचना अपने मोबाइल से डीजीएम नरेश प्रसाद को दी और पिता-पुत्र की बात भी करायी.
उस दौरान डीजीएम ने राहुल को कहा कि उनके बेटे को रात भर अपने पास रखे, वह सुबह पटना पहुंच रहे हैं. जानकारी के अनुसार पिता के पटना पहुंचने से पूर्व ही आशुतोष स्कूटी वहीं छोड़ राहुल के घर से निकल गया. वह कहां गया, इसका पता नहीं चल पाया है. जाने से पहले आशुतोष ने राहुल को बताया कि वह या तो भागलपुर जायेगा या मुजफ्फरपुर. लेकिन देर रात तक आशुतोष कहीं भी नहीं पहुंचा था. इस कारण परिजनों की चिंता बढ़ गयी है. परिजन किसी अनहोनी की आशंका से सहमे हुए हैं.
पुलिस भी मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है. उधर, आशुतोष की मां प्रेमलता देवी का रो-रो कर बुरा हाल है. परेशान हैं आशुतोष : राजाबाजार इलाके में आशुतोष को कई लोगों ने देखा था. जिस दुकान पर आशुतोष ने आम का रस पिया था, उस दुकानदार ने पिता को बताया कि आशुतोष दो रात से सोया हुआ नहीं था. इस कारण वह काफी थका और परेशान लग रहा था. उसके पास मात्र 50-60 रुपये ही बचे थे. बेटे की तलाश में पिता पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर की खाक छान रहे हैं. दवा दुकानदार ने भी आशुतोष बारे में नरेश प्रसाद को बताया. कपिल के पास थी स्कूटी : नरेश प्रसाद ने बताया कि पटना पहुंचने पर उन्होंने राहुल के मोबाइल पर फोन लगाया, लेकिन मोबाइल बंद मिला. फिर राजाबाजार गये.
वहां बोरिंग रोड मुख्य सड़क पर आशुतोष की स्कूटी रखी हुई थी. एक छोटे बच्चे ने उन्हें बताया कि स्कूटी कपिल अंकल के पास थी. बाद में कपिल से भी नरेश प्रसाद मिले, लेकिन आशुतोष का पता नहीं चल पाया. आशुतोष के लापता होने के संबंध में जीरो माइल थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है. वह शुक्रवार रात से ही लापता है.