कुमार हिमांशु
पटना : बिहार में तीन चरणों के लोकसभा चुनाव में आधी सीटों के लिए मतदान हो चुके हैं. इस बार महिला मतदाताओं ने बड़ी संख्या में वोट डाले हैं, जो बिहार में आधी आबादी की राजनीति में बढ़ती भागीदारी को दरशाता है. पिछले गुरुवार को हुए तीसरे चरण में सात सीटों के लिए हुए मतदान में भागलपुर को छोड़कर बाकी सभी छह निर्वाचन क्षेत्रों में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं ने ज्यादा संख्या में वोट डाले. तीसरे चरण के तहत जिन इलाकों में वोट पड़े, उनमें ज्यादातर मुसलिम बहुल क्षेत्र हैं.
बिहार में 2009 के लोकसभा चुनावों में कुल 44.46 प्रतिशत मतदान हुआ था. तब कुल मतदान में महिलाओं के वोट 44.47 प्रतिशत थे. बिहार में मतदान के प्रति महिला वोटरों में यह जागरुकता पिछले विधानसभा चुनाव में भी देखी गयी. विेषक मतदान के इस ट्रेंड को चुनावी नतीजों के साथ अपने-अपने तरीके से जोड़ते हैं. लेकिन, जानकार मानते हैं कि महिलाएं लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हिस्सेदारी और भागीदारी के प्रति जागरूक हो रही हैं.
पहला चरण
पहले चरण में सासाराम, काराकाट, औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई में कुल मिलाकर 51.30 प्रतिशत मतदान हुआ. इसमें पुरुष मतदान 52.99 प्रतिशत और महिला मतदान 49.36 प्रतिशत रहा. इन क्षेत्रों में महिलाओं के मतदान का प्रतिशत 2009 के लोकसभा चुनाव में 37.31 फीसदी था.
दूसरा चरण
दूसरे चरण में महिला वोटरों की भागीदारी पुरुष वोटरों के मुकाबले कम तो रही, लेकिन पिछले विधानसभा चुनावों के मुकाबले बढ़ोतरी हुई है. मुंगेर, नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर और जहानाबाद लोकसभा क्षेत्रों में कुल 51.22 प्रतिशत मतदान हुआ. इनमें 53.36 प्रतिशत पुरुष और 48.73 महिला मतदाताओं ने वोट डाले. इन सातों लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 44 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. उनमें 29 विधानसभा क्षेत्रों में 2010 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार महिलाओं के मतदान का प्रतिशत कहीं ज्यादा है.