बिहार : 2 साल से गोपालगंज में सोहैल बनकर रह रहा था लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी नईम, कोचिंग के नाम पर चला रहा था सेंटर

कार्रवाई़. एनआईए की टीम ने एक स्कूल के संचालक से घंटों की पूछताछ गोपालगंज : लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी शेख अब्दुल नईम छत्तीसगढ़ के रायपुर से फरार होने के बाद सीधे गोपालगंज पहुंचा था. सितंबर, 2014 से ही वह अपना नाम-पता बदल कर रहता था. गोपालगंज आने के बाद जंगलिया में किराये के मकान में सोहैल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 8, 2017 7:25 AM
कार्रवाई़. एनआईए की टीम ने एक स्कूल के संचालक से घंटों की पूछताछ
गोपालगंज : लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी शेख अब्दुल नईम छत्तीसगढ़ के रायपुर से फरार होने के बाद सीधे गोपालगंज पहुंचा था. सितंबर, 2014 से ही वह अपना नाम-पता बदल कर रहता था.
गोपालगंज आने के बाद जंगलिया में किराये के मकान में सोहैल खान के नाम से रहने लगा. सोहैल के नाम से ही उसने मतदाता सूची में नाम, बैंक अकाउंट, पासपोर्ट और फर्जी सर्टिफिकेट बनवाया था. इस बीच नगर थाने के जादोपुर रोड स्थित आईआईएल नामक कोचिंग संस्थान में मोटिवेशन के रूप में काम करने लगा. करीब 13 माह तक यहां काम करने के बाद पास में ही स्थित एक निजी स्कूल में अपने दोस्त के साथ शिक्षक के रूप में जुलाई, 2016 तक काम किया.
साथ ही अपने दोस्त के साथ खुद का कोचिंग सेंटर चलाने लगा था. देश में अलग-अलग जगहों पर हुए आतंकी हमले को लेकर एनआईए की टीम शेख अब्दुल नईम की तलाश करते हुए इसी वर्ष फरवरी में गोपालगंज पहुंची थी. लेकिन इसकी भनक लगते ही नईम भूमिगत हो गया था. एनआईए की जांच के बाद फरवरी में मकान मालिक ने नईम के सेंटर को खाली करा दिया था.
जब एनआईए की टीम मकान मालिक और कोचिंग संस्थान में जांच कर चली गयी तो नईम अपना पूरा सेटअप औने-पौने दाम में बेचकर फरार हो गया. इस बीच 28 नंवबर को एनआईए ने वाराणसी से शेख अब्दुल नईम को गिरफ्तार कर लिया. नईम से पूछताछ करने के बाद यूपी के प्रतापगढ़ से शाहनवाज को गिरफ्तार किया था.
इसके बाद गोपालगंज के सरेया मुहल्ले से एक दिसंबर को बेदार बख्त उर्फ धन्नु राजा की गिरफ्तारी हुई. लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संदिग्धों की गिरफ्तारी होने के बाद से एनआईए की टीम गोपालगंज में लगातार छापेमारी कर रही है. आतंकी नईम के बाद लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े बेदार बख्त उर्फ धन्नु राजा की गिरफ्तारी होने पर एनआईए शहर के कई लोगों से पूछताछ कर रही है.
सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को एनआईए की टीम नईम से जुड़े तथ्यों की जांच करने के लिए कई ठिकानों पर पहुंची. एनआईए यह भी जांच कर रही है कि नईम का पासपोर्ट कैसे बना, आधार कार्ड कैसे जारी हुआ और बैंक अकाउंट खुलवाने में कौन पहचानकर्ता था.
कोचिंग संस्थान के नाम पर चला रहा था सेंटर
आतंकी नईम ने गोपालगंज में सोहैल खान बनकर जादोपुर रोड के हरी मार्केट में दोस्त के साथ स्मार्ट लर्नर एकेडमी कोचिंग खोल रखा था. इसमें वह युवाओं को अपने संगठन से जुड़े खास तरहके मोटिवेशन करने का काम करता था. इसमें करीब 50 लाख रुपये से कंप्यूटर, प्रोजेक्टर, इंटरनेट की अत्याधुनिक संसाधनों को लगाया था.
गोपालगंज : लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी शेख अब्दुल नईम का बैंक अकाउंट नगर थाने के जंगलिया स्थित बैंक ऑफ इंडिया में था. इसमें जंगलिया वार्ड 19 का पता दिया गया है. सोहैल खान के नाम से खुले इस अकाउंट में पिता का नाम मोहम्मद अली बताया गया है. बैंक अकाउंट खोलवाने के लिए आतंकी ने किसको गारंटर बनाया था, जिसका इसका खुलासा नहीं हो सका है. अकाउंट में पैसा कहां-कहां से आ रहा था, जांच एजेंसियां इसकी जांच कर रही है.
सूत्रों के मुताबिक बैंक के कर्मियों से भी पूछताछ हो सकती है. जांच एजेंसियां यह जानकारी लेने में जुटी है कि नईम के पास पैसे कहां से आते थे. आतंकी फंड पहुंचने का माध्यम क्या था. अबतक की जांच में नईम का फर्जी आधार कार्ड भी मिला है. सोहैल के नाम से जारी हुए आधार कार्ड में एमडी सौहेल का अंग्रेजी में हस्ताक्षर भी है.
स्कूल प्रबंधक से पूछताछ
गुरुवार को जांच करने पहुंची एनआईए की टीम ने जादोपुर स्थित निजी स्कूल के संचालक से पूछताछ की. एनआईए को यह जानकारी थी कि नईम यहां सोहैल बनकर स्कूल में भी कुछ महीनों तक शिक्षक के रूप में काम किया है. हालांकि, स्कूल संचालक की ओर से मीडिया को किसी तरह की जानकारी नहीं दी गयी. सूत्रों के मानें तो स्कूल में पढ़ाने के दौरान नईम के द्वारा इस्तेमाल किया गया रजिस्टर, डायरी समेत अन्य दस्तावेजों को भी जब्त किया गया है.

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