पटना: आलमगंज में केबल ऑपरेटर मो अंजुम की हत्या करने की कुख्यात रवि गोप की मंशा को पुलिस ने विफल कर दिया. पुलिस ने मनेर के सराय में छापा मार रवि गोप के शूटर संतोष कुमार सिंह उर्फ देहतिया को गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से एक पिस्टल व चार कारतूस बरामद किये गये हैं.
संतोष कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बाद से नौ साल से फरार था. उसने रवि गोप के इशारे पर हत्या व रंगदारी जैसी कई संगीन वारदातों को अंजाम दिया था. वह मूल रूप से भोजपुर के अगियांव बाजार के तार गांव का रहनेवाला है. फिलहाल मनेर के सराय में मदन सिंह के मकान में छुप कर रह रहा था.
धंधे में करना चाहता था एकछत्र राज : बताया जाता है कि रवि गोप की छत्रछाया में संतोष देहतिया ने केबल के धंधे में अपने पांव पसारना शुरू कर दिया था. इस धंधे में मो अंजुम कांटा बना हुआ था, जिसके कारण यह पटना सिटी के इलाके में अपना केबल का धंधा नहीं फैला रहा था. इसके बाद रवि गोप के इशारे पर इसने मो अंजुम की हत्या करने की ठान ली थी. इस बात की भनक पुलिस को लग गयी और एसएसपी मनु महाराज के निर्देश पर सिटी एसपी जयंतकांत, सदर डीएसपी मुत्तफिक अहमद व कदमकुआं थानाध्यक्ष देव कुमार की टीम ने मनेर के सराय में छापेमारी कर संतोष कुमार सिंह उर्फ देहतिया को पकड़ लिया. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि यह कई हत्याकांडों में शामिल रहा है. इससे पूछताछ में कई अहम जानकारी मिली है. गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है.
अंडरवर्ल्ड का चर्चित नाम है देहतिया
पटना के अंडरवर्ल्ड में देहतिया की काफी चलती थी. वह कुख्यात रवि गोप का खास शूटर था. रवि गोप के इशारे पर ही उसने अशोक गुप्ता की हत्या कर दी थी. अशोक गुप्ता की हत्या में अजय वर्मा व रवि गोप का नाम सामने आया था. अजय वर्मा, रवि गोप व अशोक गुप्ता तीनों एक ही ग्रुप के थे. लेकिन, समय के साथ तीनों के बीच दुश्मनी हो गयी. अशोक गुप्ता पुलिस के लिए मुखबिरी का भी काम करने लगा था, जिसके कारण अजय वर्मा व रवि गोप नाराज हो गये थे. अजय वर्मा के भाई शंकर वर्मा की गिरफ्तारी हो या रवि गोप के खास शूटर गुड्डू मुनीर की गिरफ्तारी का मामला हो, इसमें यह चर्चा उड़ी थी कि इन दोनों की गिरफ्तारी कराने में अशोक गुप्ता की महत्वपूर्ण भूमिका थी. इसके बाद आपस में दुश्मन अजय वर्मा व रवि गोप दोनों ही मिल गये थे और अशोक गुप्ता की हत्या की साजिश रचने लगे थे. अशोक गुप्ता की हत्या उसके कदमकुआं स्थित रेलवे हंटर रोड स्थित आवास के पास ही 15 अक्तूबर, 2012 को कर दी गयी थी. इस घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी गोलीबारी व बमबाजी करते हुए फरार होने में सफल रहे थे. इस हत्याकांड में संतोष सिंह उर्फ देहतिया का नाम सामने आया था. लेकिन, यह फरार था.
अब बचा है रवि गोप
रवि गोप कई मामलों में वांछित है. वह दस साल में कभी पकड़ा नहीं गया है और लगातार कई घटनाओं को अंजाम देने के बाद पुलिस के लिए चुनौती बना रहा है. पुलिस ने रवि गोप व अजय वर्मा गिरोह के तमाम सदस्यों को पकड़ कर जेल में बंद कर दिया है. अजय वर्मा अभी जेल में बंद है, लेकिन रवि गोप फरार है.