नारदीगंज (नवादा) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुजरात दंगे पर चुप्पी के सवाल पर कहा कि गोधरा की घटना सुनियोजित साजिश का परिणाम थी. इसके लिए नरेंद्र मोदी की सरकार जिम्मेवार है. वहीं, उन्होंने भागलपुर दंगे के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार को दोषी बताया. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए बुधवार को उन्होंने कहा कि हमने तो अमन के लिए काम किया है. दंगाई पकड़े गये हैं, उन्हें सजा दिलवायी गयी और पीड़ितों को पेंशन व मुआवजा दिया गया.
नवादा के नारदीगंज की चुनावी सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि न सिर्फ दंगे में संलिप्त अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है, बल्कि राज्य में अमन-चैन कायम किया गया. अपराधियों और लूट- खसोट व भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है. अब सूबे में सूरज ढलते कोई घर भागने की जल्दबाजी नहीं होती. रात में भी दुकानें खुली होती हैं. बिहार अपने दम पर प्रगति कर रहा है.
चुनावी सभा में मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर हमला जारी रखा. उन्होंने कहा, राहुल गांधी अब यहां एपीएल-बीपीएल की बात कर रहे हैं. अब उनकी सरकार ने प्रायोरिटी फैमिली और नॉन प्रायोरिटी फैमिली की बात करती है. उन्होंने चुटीले अंदाज में कहा कि शायद केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने राहुल गांधी को ठीक से इस मसले पर पढ़ाया नहीं है.
मुख्यमंत्री ने भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को भी खरी-खोटी सुनायी. कहा, भाजपा के लोग सांप्रदायिक हाथों में देश सौंप देना चाहते हैं. पर, लोग समझदार हैं. उन्होंने यहां भी दुहराया कि जो सबको साथ लेकर चलेगा, वही पीएम बनेगा. उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलता, तो बिहार की तसवीर ही कुछ और होती. ऐसा नहीं होने के चलते प्रदेश की सेहत पर असर पड़ा है. इस स्थिति पर केंद्र को बिहार की बात सुननी ही पड़ेगी, माननी ही पड़ेगी. विशेष राज्य का दर्जा कोई भीख नहीं है.
अपने दम पर कर रहा विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने संसाधनों के बूते बिहार निरंतर आगे बढ़ रहा है. हर घर में विकास की रोशनी दिख रही है. साइकिल, पोशाक, सड़क, अस्पताल, पुल-पुलिया के रूप में. अब दलित, महादलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक सम्मानित महसूस कर रहे हैं. उन्हें अधिकार मिला है. सम्मान के साथ. वे भी अब मुखिया-सरपंच बन रहे हैं. जिला पर्षदों के सदस्य के रूप में जगह पा रहे हैं.
दूसरे प्रदेश आबाद, बिहार बदहाल
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर विशेष राज्य का दर्जा मिला होता, तो बिहार में कल-कारखाने लगते थे. उद्योग-धंधे विकसित होते. यहां के लोगों को यहीं पर काम के अवसर मिलते. यहां के लोगों को बाहर नहीं जाना पड़ता. उन्होंने केंद्र की नीतियों की जम कर आलोचना की. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र के चलते यहां से खनिज निकाल कर दूसरे प्रदेशों में कारखाने लगे. दक्षिण और पश्चिम के प्रदेश आबाद हुए. बिहार और पूर्वाचल के दूसरे प्रदेश बदहाल रह गये. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह केवल बिहार की बात नहीं कर रहे. पूर्वाचल के सभी प्रदेशों को विशेष दज्रे की जरूरत है.