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US Open: सात साल बाद सुमित नागल ने रचा इतिहास, यूएस ओपेन में जीता मेन्स सिंगल्स का पहला मैच

सुमित नागल यूएस ओपन टेनिस टूर्नामेंट के पहले दौर में अमेरिका के ब्रैडली क्लान को हराकर पिछले सात वर्षों में ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में एकल मैच जीतने वाले पहले भारतीय बन गये. दूसरे दौर में उनका मुकाबला विश्व में नंबर तीन डोमिनिक थीम से होगा. फ्लाशिंग मीडोज पर पिछले साल रोजर फेडरर के खिलाफ एक सेट जीतने वाले नागल ने मंगलवार की रात को स्थानीय खिलाड़ी क्लान को दो घंटे 12 मिनट तक चले मैच में 6-1, 6-3, 3-6, 6-1 से हराया. क्लान विश्व रैंकिंग में नागल से केवल एक स्थान आगे 126वें नंबर पर हैं.

सुमित नागल यूएस ओपन टेनिस टूर्नामेंट के पहले दौर में अमेरिका के ब्रैडली क्लान को हराकर पिछले सात वर्षों में ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में एकल मैच जीतने वाले पहले भारतीय बन गये. दूसरे दौर में उनका मुकाबला विश्व में नंबर तीन डोमिनिक थीम से होगा. फ्लाशिंग मीडोज पर पिछले साल रोजर फेडरर के खिलाफ एक सेट जीतने वाले नागल ने मंगलवार की रात को स्थानीय खिलाड़ी क्लान को दो घंटे 12 मिनट तक चले मैच में 6-1, 6-3, 3-6, 6-1 से हराया. क्लान विश्व रैंकिंग में नागल से केवल एक स्थान आगे 126वें नंबर पर हैं.

इससे पहले सोमदेव देववर्मन किसी ग्रैंडस्लैम के मुख्य ड्रा के एकल मैच में जीत दर्ज करने वाले आखिरी भारतीय थे. उन्होंने भी 2013 में यूएस ओपन में क्वालीफायर के रूप में प्रवेश करके स्लोवाकिया के लुकास लैको को हराया था. नागल ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मैंने 2013 में यहां जूनियर वर्ग के लिये क्वालीफाई किया था और बाद में पुरुष वर्ग के मुख्य ड्रा में जगह बनाने में सफल रहा था. अब मैंने पहले दौर में जीत दर्ज की जो मेरे लिये काफी मायने रखती है.

उन्होंने कहा कि वो यहां खेलने का लुत्फ उठा रहे हैं और कुछ अवसरों पर इसका फायदा मिलता है. उन्होंने कहा कि यह जानते हुए कि इस मैच में आप जीत के दावेदार हो, कोर्ट में जाना आसान नहीं था. मैं निश्चित तौर पर नर्वस था और ग्रैंडस्लैम में अपनी पहली जीत के लिये खेल रहा था लेकिन मैंने वही किया जो मुझे करना चाहिए था और आत्मसंयम बनाये रखा. जनवरी 2017 में संन्यास लेने वाले सोमदेव 2013 में आस्ट्रेलियाई ओपन, फ्रेंच ओपन और यूएस ओपन के दूसरे दौर में पहुंचे थे.

वह विंबलडन 2011 में भी दूसरे दौर में खेले थे लेकिन कभी इससे आगे नहीं बढ़ पाये थे. सोमदेव के बाद भारतीय टेनिस में युकी भांबरी, रामकुमार रामनाथन और प्रजनेश गुणेश्वरन जैसे खिलाड़ी आये लेकिन इनमें से कोई भी मुख्य ड्रा में जीत दर्ज नहीं कर पाया. रामकुमार तो कई प्रयासों के बावजूद मुख्य ड्रा में जगह नहीं बना पाये. साकेत मयनेनी ने 2016 में यूएस ओपन के मुख्य ड्रा में जगह बनायी थी लेकिन चेक गणराज्य के जिरी वेस्ली से हार गये थे. भांबरी चोटों से भी जूझते रहे.

वह 2015 से 2018 के बीच सभी ग्रैंडस्लैम में खेले लेकिन कभी पहले दौर से आगे नहीं बढ़ पाये. नागल ने कहा कि भारतीय टेनिस को बेहतर करना चाहिए था और इसके लिये व्यवस्था को भी जिम्मेदार ठहराया जिससे खास मदद नहीं मिलती. इस 23 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ‘‘हां, मैं इस जीत से खुश हूं लेकिन अगर दूसरा पहलू देखा जाए तो हम इससे बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे. हमारे कई खिलाड़ी इस खेल में है, हमारे पास प्रतिभा है लेकिन कोई व्यवस्था नहीं है जिससे मुझे दुख होता है.

नागल का अगला मुकाबला आस्ट्रिया के शीर्ष खिलाड़ी और यहां दूसरी वरीयता प्राप्त थीम से होगा. उन्होंने अपने स्पेनिश प्रतिद्वंद्वी जॉम मुनार के तीसरा सेट शुरू होने से पहले मैच से हट जाने के कारण अगले दौर में जगह बनायी. मुनार के घुटने में दूसरे सेट के दौरान चोट लग गयी थी और जब वह मैच से हटे तब थीम 7-6(6) 6-3 से आगे चल रहे थे. कभी हार नहीं मानने वाले नागल ने कहा कि वह विश्व के नंबर तीन खिलाड़ी को कड़ी चुनौती पेश करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘मैं तैयार हूं और उनके खिलाफ खेलने को लेकर उत्साहित हूं.

Posted By: Pawan Singh

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