ISL : एफसी गोवा पर 11 करोड़ रुपये का जुर्माना

नयी दिल्ली : इंडियन सुपर लीग की टीम एफसी गोवा पर आज 11 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया जबकि इसके सह मालिकों श्रीनिवास डेम्पो और दत्ताराज सलगांवकर को टूर्नामेंट की ‘छवि खराब करने के लिये’ क्रमश: दो और तीन सत्र के लिये प्रतिबंधित कर दिया गया. आईएसएल के नियामक आयोग ने मुंबई में चेन्नाईयिन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 5, 2016 9:53 PM

नयी दिल्ली : इंडियन सुपर लीग की टीम एफसी गोवा पर आज 11 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया जबकि इसके सह मालिकों श्रीनिवास डेम्पो और दत्ताराज सलगांवकर को टूर्नामेंट की ‘छवि खराब करने के लिये’ क्रमश: दो और तीन सत्र के लिये प्रतिबंधित कर दिया गया.

आईएसएल के नियामक आयोग ने मुंबई में चेन्नाईयिन एफसी के ब्राजीली मार्की खिलाड़ी इलानो ब्लूमर और एफसी गोवा के अधिकारियों के बीच पिछले साल दिसंबर में मडंगाव में हुए आईएसएल के दूसरे सत्र के फाइनल के बाद हुई हाथापाई से खड़े हुए विवाद की सुनवाई के निष्कर्ष के बाद यह फैसला किया.
न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) डी ए मेहता की अध्यक्षता में आईएसएल के पांच सदस्यीय नियामक आयोग ने पिछले तीन दिन से चल रही बैठक के बाद यह फैसला किया. मुलाकात का दौर फरवरी के बाद से जारी है, इस दौरान कई बैठके हुई हैं, जिसमें फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड बनाम एफसी गोवा, एफसी गोवा बनाम चेन्नाईयिन एफसी, एफसी गोवा बनाम इलानो ब्लूमर और चेन्नाईयिन एफसी बनाम एफसी गोवा के मामलों पर संबंधित पक्षों की प्रस्तुतियों पर सुनवाई हुई थी.
आईएसएल ने विज्ञप्ति में कहा, ‘‘आज घोषित हुए अंतिम आदेश में एफसी गोवा को आईएसएल के नियमों और आचार संहिता का दोषी पाया गया जो आईएसएल की छवि खराब करने से संबंधित है. यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना गोवा में हीरो आईएसएल फाइनल के तुरंत बाद 20 दिसंबर 2015 को हुई थी. एफसी गोवा आईएसएल नियमों के उल्लघंन का आरोपों का सामना कर रहा था, जिसमें उसने ‘मैच और लीग समारोह का बहिष्कार किया’, ‘मैच अधिकारियों को धमकी दी और सार्वजनिक आलोचना की’, ‘आरोप लगाया कि मैच फिक्स था’ और ‘लीग के नियमों का पालन नहीं किया’. ”
इसके मुताबिक, ‘‘दत्ताराज सलगांवकर को आईएसएल मैचों से संबंधित किसी भी गतिविधि (जिसमें स्टेडियम में प्रवेश करना भी शामिल है) से तीन आईएसल सत्र के लिये प्रतिबंधित किया जाता है. श्रीनिवास डेम्पो को आईएसएल मैचों से संबंधित किसी भी गतिविधि (जिसमें स्टेडियम में प्रवेश करना भी शामिल है) से दो आईएसएल सत्र के लिये प्रतिबंधित किया जाता है. ” विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘एफसी गोवा 10 करोड़ रुपये फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलेपमेंट लिमिटेड को जुर्माने और सजा के तौर पर देगा. साथ ही एफसी गोवा एक करोड रुपये चेन्नाईयिन एफसी को देगा. ”
डेम्पो अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के उपाध्यक्ष भी हैं. एफसी गोवा टीम के अगले आईएसएल सत्र में 15 अंक भी काटे जायेंगे. नियामक आयोग के सदस्यों ने सर्वसम्मति से फैसला किया. न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) डी ए मेहता (गुजरात उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायधीश) के अलावा आईएसएल आयोग में बीएन मेहता (गुजरात उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश), डी शिवानंदन (महाराष्ट्र के पूर्व पुलिस महानिदेशक), विदुष्पत सिंघानिया (खेल कानून विशेषज्ञ) और किरण मोरे (पूर्व भारतीय क्रिकेटर) शामिल थे.

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