अब सरिता पर IBA ने शुरू की अनुशासनात्‍मक कार्रवाई, लग सकता है बैन

नयी दिल्‍ली : अंतरराष्‍ट्रीय बॉक्सिंग संघ (आइबा) ने भारतीय महिला बॉक्‍सर सरिता देवी के खिलाफ पोडियम पर मेडल स्‍वीकार नहीं करने के मामले में अनुशासनात्‍मक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है. आईबीए इस मामले में सविता को निलंबित भी कर सकता है. गौरतलब है कि कल इंचियोन में चल रहे एशियन गेम्‍स के 60 […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 1, 2014 8:20 PM

नयी दिल्‍ली : अंतरराष्‍ट्रीय बॉक्सिंग संघ (आइबा) ने भारतीय महिला बॉक्‍सर सरिता देवी के खिलाफ पोडियम पर मेडल स्‍वीकार नहीं करने के मामले में अनुशासनात्‍मक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है. आईबीए इस मामले में सविता को निलंबित भी कर सकता है. गौरतलब है कि कल इंचियोन में चल रहे एशियन गेम्‍स के 60 किलोग्राम वर्ग में भारतीय मुक्‍केबाज सरिता ने कांस्‍य पदक लेने से इंकार कर दिया था. पक्षपात का आरोप लगाते हुए वह फूट-फूट कर रोने लगी थीं.

सरिता ने कहा, ऐसा नहीं था कि मैं पदक नहीं स्वीकारना चाहती थी. मैंने इसे स्वीकार किया और फिर इसे कोरियाई मुक्केबाज को दे दिया. मुझे ऐसा करना पडा ताकि मैं अपना मुक्केबाजी करियर जारी रख सकूं, वर्ना यह घटना मेरे दिमाग में हमेशा रहती. अब मैं वापस जाउंगी और अपने नन्हें बच्चे को गले लगाउंगी.सरिता ने कहा, मैं किसी भी परिणाम को भुगतने के लिये तैयार हूं. एक भी भारतीय अधिकारी हमारे पास नहीं आया और सांत्वना दी या हमसे बात की.

उस मुकाबले के बाद उन्‍होंने कहा था कि वह पदक रिंग में फेंक कर आयेंगी और अपने देश कुछ भी लेकर नहीं जायेंगी. उनका आरोप था कि वे दक्षणि कोरियाइ खिलाड़ी पार्क जीना के हाथों गलत तरीके से हारी करार दी गयी थीं. जब पोडियम पर उनके गले में मेडल पहनाने की बारी आयी तब उसे पहनने से इंकार कर दिया था और मेडल जीना को ही पहना दिया था. जीना ने जब मेडल उन्‍हें वापस किया तो उसे विनिंग स्‍टैंड में ही छोड़ दिया. इसी मामले में उनपर कार्रवाई की जा रही है.

संघ के टेक्निकल डेलीगेड डेविस फ्रांसिस ने कहा ये सारी घटना सरिता और उनकी टीम की सोची समक्षी योजना लगती है. सरिता ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए एक भारतीय अंग्रेजी समाचार चैनल से बातचीत में कहा मैंने जो भी किया देश के लिए किया है, और मुझे इस बात से कोई दु:ख नहीं है.इधर केन्‍द्रीय खेल मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि इस मामले में खेल मंत्रालय सरिता के साथ है. और भारतीय ओलंपिक संघ से रिपोर्ट मांगी गयी है.

इस संबंध में उचित कार्रवाई की जायेगी. दूसरी ओर अपनी वेबसाइट पर जारी एक बयान में आइबा ने कहा कि मंगलवार को हुए मुक्‍केबाजी मुकाबले के बाद भारत ने विरोध जरुर दर्ज कराया था. लेकिन यह विरोध एशियन गेम्‍स के नियमों के तहत जायज नहीं था. यह विरोध जजों के विरुद्ध था जो नियमों के अनुकूल नहीं है. आइबा ने स्‍पष्‍ट किया कि इस प्रकार का कोई भी विरोध सिर्फ रेफरी के निर्णय के खिलाफ ही दर्ज कराया जाता है. जजों की ओर से फैसला दे देने के बाद विरोध दर्ज कराने का नियम नहीं है.इनसब के बावजूद सरिता ने पोडियम पर जो किया उसे अनुशासहीनता कहा जायेगा. आइबा ने कहा कि सरिता पर अनुशासनात्‍मक कार्रवाई पर अंतिम फैसला एशियन गेम्‍स के बाद किया जायेगा.

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