यूएस ओपन : मारिन सिलिच ने जीता खिताब

न्यूयॉर्क : मारिन सिलिच ने लगातार सेटों में जीत दर्ज करके यूएस ओपन का नया बादशाह बनने के साथ ही जापान के केई निशिकोरी का ग्रैंडस्लैम जीतने वाला पहला एशियाई खिलाड़ी बनने का सपना चकनाचूर कर दिया. क्रोएशिया के 14वें वरीय सिलिच ने पुरुष एकल के फाइनल में निशिकोरी को 6-3, 6-3, 6-3 से हराकर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 10, 2014 6:36 AM

न्यूयॉर्क : मारिन सिलिच ने लगातार सेटों में जीत दर्ज करके यूएस ओपन का नया बादशाह बनने के साथ ही जापान के केई निशिकोरी का ग्रैंडस्लैम जीतने वाला पहला एशियाई खिलाड़ी बनने का सपना चकनाचूर कर दिया. क्रोएशिया के 14वें वरीय सिलिच ने पुरुष एकल के फाइनल में निशिकोरी को 6-3, 6-3, 6-3 से हराकर अपना पहला ग्रैंडस्लैम खिताब जीता. वह गोरान इवानसेविच के बाद ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले पहले क्रोएशियाई खिलाड़ी भी बन गये हैं.

इवानिसेविच ने 2001 में विंबलडन खिताब जीता था और अब वह सिलिच के कोच हैं. सिलिच को 12 महीने पहले विवादास्पद डोपिंग प्रतिबंध के कारण यूएस ओपन से हटना पड़ा था. इस बार हालांकि वह फाइनल में जीत के हकदार थे. उन्होंने नौ ब्रेक प्वाइंट बचाये, 17 ऐस और 38 विनर्स लगाये तथा निशिकोरी को कोई मौका नहीं दिया, जिन्होंने फाइनल में पहुंचने से पहले मिलोस राओनिच, स्टैन वावरिंका और विश्व के नंबर एक खिलाडी नोवाक जोकोविच को हराया था.

सोमवार को खेला गया फाइनल 2005 के ऑस्ट्रेलियन ओपन के बाद ग्रैंडस्लैम में पहला खिताबी मुकाबला था जिसमें जोकोविच, फेडरर और नडाल में से कोई नहीं खेला. यह 5 फीट 10 इंच लंबे और 68 किग्रा वजन के निशिकोरी तथा 6 फीट 6 इंच लंबे और 82 किग्रा वजनी सिलिच के बीच विपरीत शैली का मुकाबला था.
सिलिच ने 33 मिनटों में जीता पहला सेट
आर्थर ऐस स्टेडियम में फाइनल देखने के लिए आधे दर्शक ही पहुंचे हुए थे. सिलिच ने पहले गेम में ब्रेक प्वाइंट बचाया और इसके बाद उन्होंने दबदबा बनाये रखा. सिलिच ने बे्रक प्वाइंट लेकर 4-2 से बढ़त बनायी और फिर 33 मिनट में पहला सेट अपने नाम किया. निशिकोरी रक्षात्मक होकर खेल रहे थे और सिलिच ने उन्हें बेसलाइन से आगे नहीं बढ़ने दिया. लंबे कद के क्रोएशियाई खिलाड़ी ने 11 विनर्स लगाये, जबकि जापानी खिलाडी केवल दो विनर्स ही लगा पाये.
दसवें वरीय निशिकोरी ने चौथे दौर में राओनिक और क्वार्टर फाइनल में वावरिंका के खिलाफ भी पहला सेट गंवाया था लेकिन वह वापसी करने में सफल रहे थे, लेकिन सिलिच ने उन्हें मौका नहीं दिया. उन्होंने दूसरे सेट के तीसरे गेम में बे्रेक प्वाइंट लिया. इसके बाद निशिकोरी दो ब्रेक प्वाइंट लेने में नाकाम रहे जिससे सिलिच 3-1 से आगे हो गये. निशिकोरी के 2011 में कोच रहे ब्रैड गिलबर्ट ने ट्वीट किया, केई बहुत अधिक रक्षात्मक हो गया विशेषकर अपने बैकहैंड के मामले में.
* फाइनल में पहुंचना उपलब्धि
निशिकोरी ने स्वीकार किया कि सिलिच ने उन्हें खेल के हर विभाग में हराया. उन्होंने कहा, मारिन वास्तव में बहुत अच्छा खेले. मैं अपनी अच्छी टेनिस नहीं खेल पाया. यह कड़ी हार थी लेकिन मैं पहली बार फाइनल में पहुंच कर खुश हूं. मैं अगली बार ट्रॉफी हासिल करूंगा.
* खेल का लुत्फ लेना सीखा
निशिकोरी की तरह अपने पहले ग्रैंडस्लैम फाइनल में खेलने वाले सिलिच ने कहा, पिछले कुछ वर्षों से विशेष कर पिछले साल से मैंने काफी मेहनत की थी. मैं समझता हूं कि मेरी टीम विशेष कर गोरान को भी श्रेय जाता है. महत्वपूर्ण बात यह रही है उन्होंने मुझे टेनिस का लुत्फ लेना सिखाया.

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